पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का मुद्दा उठाया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत मिशन के प्रथम सचिव मिजिटो विनिटो ने कहा कि अगर कोई ये दावा करता है कि वह अपने पड़ोसियों के साथ शांति चाहता है, तो वह कभी भी सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित नहीं करेगा। साथ ही कहा कि ये खेदजनक है कि उन्होंने भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए इस मंच को चुना।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा था कि हम भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ शांति चाहते हैं। इस पर भारत ने करारा जवाब दिया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत मिशन के प्रथम सचिव मिजिटो विनिटो ने कहा कि यह काफी खेदजनक है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए इस मंच को चुना। साथ ही कहा कि उन्होंने अपने ही देश में कुकृत्यों को छिपाने और भारत के खिलाफ कार्रवाई को सही ठहराने के लिए ऐसा किया है।
एजेंसी के मुताबिक भारतीय राजनयिक मिजिटो विनिटो ने भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाने से पहले पाकिस्तान को उसके किए की याद दिलाई। विनिटो ने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर पर दावा करने के बजाय इस्लामाबाद को सीमा पार आतंकवाद को रोकना चाहिए। विनिटो ने पाकिस्तान में हिंदू, सिख और ईसाई परिवारों की लड़कियों के जबरन अपहरण, शादी और पाकिस्तान के भीतर धर्मांतरण की हालिया घटनाओं का भी जिक्र किया।
भारतीय राजनयिक मिजिटो विनिटो ने कहा कि मानवाधिकारों, अल्पसंख्यकों के अधिकारों और बुनियादी शालीनता की हकीकत है। उन्होंने कहा कि ऐसा देश पड़ोसियों के खिलाफ अनुचित और अस्थिर क्षेत्रीय दावे नहीं करेगा। इसे व्यापक रूप से साझा भी किया जाता है। और इसे महसूस किया जा सकता है। यह निश्चित रूप से तब होगा जब सीमा पार आतंकवाद समाप्त हो जाएगा, जब सरकारें अंतरराष्ट्रीय समुदाय और खुद के प्रति ईमानदार होंगी। जब अल्पसंख्यकों को सताया नहीं जाएगा।