भारतीय नौसेना का तीसरा स्वदेशी जंगी जहाज इंफाल परीक्षण के लिए पहली बार समुद्र में किया गया रवाना

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भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट 15बी श्रेणी के तहत तैयार किया गया और रडार से बचने में सक्षम तीसरा स्वदेशी विध्वंसक युद्धपोत इंफाल आज परीक्षण के लिए पहली बार समुद्री में रवाना किया गया। इस जहाज को मौजूदा वर्ष के अंत तक सेवारत करने की योजना है। युद्धपोत इंफाल को कई विशिष्ट तकनीकों तथा उच्च स्वदेशी सामग्री से लैस किया गया है और इसे नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो द्वारा इन-हाउस डिजाइन किया गया है। इंफाल का निर्माण मझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) द्वारा किया गया है, जो भारतीय नौसेना के ‘आत्मनिर्भर भारत’ व ‘मेक इन इंडिया’ पहल के राष्ट्रीय दृष्टिकोण पर जोर देने का स्वाभिमानी प्रमाण है।

इंफाल को अब तक का सबसे बड़ा और सबसे उन्नत विध्वंसक युद्धपोत होने का अनूठा गौरव प्राप्त होगा, जिसका नामकरण पूर्वोत्तर भारत के एक शहर के नाम पर किया गया है। इस प्रकार इंफाल राष्ट्रीय सुरक्षा एवं विकास के लिए उत्तर-पूर्वी क्षेत्र और मणिपुर राज्य के बढ़ते महत्व तथा योगदान को प्रदर्शित करने का एक उपयुक्त प्रतिरूप होगा।

इंफाल भारतीय नौसेना की लड़ाकू क्षमताओं में महत्वपूर्ण माध्यम से वृद्धि करेगा। इसके पूर्ववर्ती जहाजों दिसंबर 2022 में आईएनएस मोरमुगाओ तथा जनवरी 2023 में पांचवीं परियोजना 75 पनडुब्बी आईएनएस वगीर की हाल ही में कमीशनिंग किये जाने के साथ, इंफाल के समुद्री परीक्षणों की शुरुआत एक सशक्त, आधुनिक एवं आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में मझगांव डॉक लिमिटेड के निरंतर योगदान में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

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