भारतीय नौसेना ने अरब सागर में स्वदेशी ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. इस मिसाइल के टेस्ट से पाकिस्तान डर गया है.
इंडियन नेवी ने रविवार (5 मार्च) को ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos) का टेस्ट किया है. इस बात की जानकारी नौसेना ने ट्विटर पर ट्वीट करके दी. जानकारी के मुताबिक इस ब्रह्मोस मिसाइल का सीकर और बूस्टर ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत डीआरडीओ में डिजाइन किया गया है. नेवी से मिली जानकारी के अनुसार ब्रह्मोस मिसाइल से अरब सागर में एक सफल सटीक हमला किया. अरब सागर भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के किनारों से मिलता है, जिसकी वजह पाकिस्तान की नींद उड़ गई है.
इंडियन नेवी ने ट्वीट में लिखा, ‘भारतीय नौसेना ने अरब सागर में सफल सटीक हमले के साथ ब्रह्मोस मिसाइल लॉन्च की. इंडियन नेवी के इस टेस्ट से पाकिस्तान डर गया है. अरब सागर भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के किनारों से मिलता है, जिसकी वजह पाकिस्तान की नींद उड़ गई है.
‘भारतीय अपनी समुद्री रक्षा को कर रहे हैं लगातार मजबूत’
इससे पहले पाकिस्तानी पत्रकार वजाहत खान ने इंडियन नेवी के ट्वीट पर कमेंट करते हुए कहा था कि भारतीय अपनी समुद्री रक्षा को लगातार मजबूत कर रहे हैं. पाकिस्तानी अभी भी समुद्र में डूबे हुए हैं.
The Indians continue to bolster their maritime defense.
The Pakistanis remain lost at sea. https://t.co/6j5Oyo2pC7
— Wajahat S. Khan (@WajSKhan) March 5, 2023
यही नहीं, पाकिस्तान के कई यूजर कमेंट कर रहे हैं. एक ने कमेंट किया, आपकी पत्रकारिता और पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था में कोई अंतर नहीं है. दोनों बिगड़ती दिशा में जा रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि आप बुरा नहीं मानेंगे. दूसरे यूजर ने लिखा, ‘पैसा कहां है वजाहत? भारत के साथ हथियारों की रेस अब खत्म हो चुकी है. आर्म्स रेस का अब कोई मतलब नहीं है. एक दूसरे यूजर ने लिखा कि इंडियन्स हमसे बहुत आगे हैं. हम हर तरफ से उलझ गए हैं. हम कुछ भी नहीं कर पा रहे है, किस कदर लोग हमसे आगे निकल गए हैं.
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क्या है ब्रह्मोस?
ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसे सिमरन, शिप, एयरक्राफ्ट या जमीन कहीं से भी छोड़ा जा सकता है. ब्रह्मोस रूस की P-800 ओकिंस क्रूज मिसाइल टेक्नोलॉजी पर आधारित है. इस मिसाइल को भारतीय सेना के तीनों डिपार्टमेंट, आर्मी, नेवी और एयरफोर्स को सौंपा जा चुका है. ब्रह्मोस मिसाइल के कई वर्जन मौजूद हैं. ब्रह्मोस के लैंड-लॉन्च, शिप-लॉन्च, सबमरीन-लॉन्च एयर-लॉन्च वर्जन की टेस्टिंग हो चुकी है.