मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा की अगर भारत अच्छा काम करता है तो कुछ देश हमारे खिलाफ साजिश करते हैं। WHO ने एक रिपोर्ट (कोविड के कारण भारत में मौतों की संख्या पर) प्रस्तुत की जिसे सभी स्वास्थ्य मंत्रियों ने खारिज कर दिया है। WHO ने जो आंकड़े दिए हैं वे बिना किसी तथ्य के हैं।
शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा की राहुल गांधी ट्वीट कर WHO की भ्रामक रिपोर्ट का समर्थन कर रहे हैं, यह देशद्रोह की श्रेणी में आता है। हम राजनीतिक रूप से जो कुछ भी करते हैं, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे देश की बात आती है, तो हमें दलगत राजनीति से अलग बात करनी चाहिए।
पंजाब स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला ने कहा की WHO के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है जिन्होंने भारत में कोविड के दौरान मरने वालों की संख्या को गढ़ा, उन्होंने संख्याओं की गणना के लिए उचित गणित का उपयोग नहीं किया। हमारी गणना की प्रणाली मजबूत है और हमारी ईमानदारी पर संदेह करने की कोई बात नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि भारत में कोरोना से 47 लाख लोगों की मौत हुई है, ये संख्या आधिकारिक आँकड़ों से क़रीब 10 गुना ज़्यादा है। हालाँकि, भारत सरकार ने उनके इस दावे पर सवाल उठाए हैं। डब्ल्यूएचओ का आकलन है कि कोरोना महामारी के कारण अभी तक दुनिया में क़रीब डेढ़ करोड़ लोगों की मौत हुई है। ये आँकड़ा दो साल में कोविड के कारण हुई मौतों की तुलना में 13 प्रतिशत ज़्यादा है। डब्ल्यूएचओ का मानना है कि कई देशों ने कोविड से मरने वालों की संख्या की कम गिनती की है. संगठन के मुताबिक़ सिर्फ़ 54 लाख मौत को आधिकारिक किया गया है।
डब्ल्यूएचओ ने भारत में मृतकों की जो संख्या बताई है वो संख्या दुनियाभर में हुई मौतों की एक तिहाई है। मगर भारत सरकार ने डब्ल्यूएचओ के आंकलन के तरीकों पर सवाल उठाए हैं। उसने साथ ही जो मॉडल इस्तेमाल किया गया है उसकी वैधता को लेकर भी सवाल किए हैं।