, छह अप्रैल (भाषा) भारत में फंसे विदेशी पर्यटकों की मदद के लिए शुरू की गई सरकारी वेबसाइट पर पिछले पांच दिनों में 769 पंजीकरण कराए गए हैं। इस साइट के जरिए आपातकालीन चिकित्सकीय मदद के तहत एक अमेरिकी, एक ऑस्ट्रेलियाई और कोस्टा रिका के दो नागरिकों सहित अन्य को विशेष सुविधा मुहैया कराई गई। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन (बंदी) के दौरान देश में फंसे विदेशी पर्यटकों की पहचान, सहायता और उन्हें सुविधाएं मुहैया कराने के मकसद से 31 मार्च को पोर्टल www.strandedinindia.com की शुरुआत की गई थी।
ऐसे पर्यटकों को वेबसाइट पर जाकर अपनी बुनियादी जानकारी देने के साथ ही अपनी समस्या के बारे में बताना होगा ताकि उनकी सहायता की जा सके। मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन ने ऐसे विदेशी पर्यटकों की सहायता के लिए एक नोडल अधिकारी को नियुक्त किया है। लॉकडाउन के कारण एक अमेरिकी नागरिक बिहार के सुपौल जिले में फंस गई जबकि उसके बेटे का दिल्ली में ऑपरेशन होना था।
महिला ने वेबसाइट के जरिए अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई, जिसके बाद महिला को सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी करके दिल्ली जाने की विशेष अनुमति दिलवाई गई। बयान के अनुसार, कोस्टारिका को दो नागरिक सर्जरी के लिए चेन्नई आए थे। सर्जरी के बाद लॉकडाउन की वजह से वे वापस न जा सके। पोर्टल के जरिये उन्होंने मदद मांगी और उन्हें आवश्यक दवाएं मुहैया कराई गईं।
अहमदाबाद में अपने परिवार के साथ फंस गए ऑस्ट्रेलियाई पर्यटक को मिरगी की समस्या थी। उसकी दवाएं खत्म हो गई थीं। पोर्टल के जरिये उसने मददमांगी और उसे दवाएं पहुंचाई गईं। इसी तरह अन्य राज्यों में भी कई फंसे हुए नागरिकों ने मदद की अपील की और प्रशासन की ओर से जरूरी सहायता मुहैया कराई गई।