लोकसभा चुनाव के इस दौर में नेता कई घटनाओं के शिकार हो रहे हैं। अभिनेता व अभिनेता कमल हासन के साथ बुधवार की शाम कुछ ऐसा हुआ जिसका उन्हें अंदाजा भी नहीं था। दरअसल शाम के समय मदुरई के तिरुप्पारनकुंद्रम विधानसभा क्षेत्र में कमल हासन चुनावी प्रचारक कर रहे थे। तभी उनपर चप्पल फेंकी गई। जानकरी मिली है कि उनपर चप्पल तब फेंकी गई जब उन्होंने तीन दिन पहले नाथूराम गोडसे को भारत का पहला हिंदू आतंकवादी कहा था। बता दें कि महात्मा गांधी के हत्यारे को उन्होंने स्वतंत्र भारत का पहला हिंदू आतंकवादी बताया था। इस घटना के बाद पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। गिरफ्तार किए गए लोगों में से भाजपा कार्यकर्ता और दूसरे संगठन जैसे कि हनुमान सेना का नाम शामिल है। जब हासन स्टेज पर लोगों की भीड़ को संबोधित कर रहे थे तब उनकी तरफ चपप्ल फेंकी गई। पुलिस का कहना है कि यह चप्पल हासन को नहीं लगी और भीड़ में कहीं गिर गई।
नाथूराम गोडसे के लेकर दिए गए कमल हासन के बयान ने राजनीति को गरमा दिया है। कमल हासन ने 13 मई को तमिलनाडु के अरवाकुरिची विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करते हुए कहा था, ‘मैं ये इसलिए नहीं कह रहा कि यहां काफी संख्या में मुसलमान हैं। मैं ये महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने कह रहा हूं। आजाद भारत में पहला आतंकवादी एक हिंदू था। उसका नाम था- नाथूराम गोडसे।’
कमल हासान के इस बयान पर तमिलनाडु के मंत्री केटी राजेंद्र भालाजी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि उनकी जीभ काट देनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘चरमपंथ का कोई धर्म नहीं होता है। वो न हिंदू होता है न मुसलमान और न ईसाई।’ हासन की पार्टी ने मांग की है कि मंत्री को उनके बयान के लिए पद से हटा देना चाहिए।
वहीं कमल हासन को एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का भरपूर समर्थन मिला साथ मिला। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘जिसने महात्मा गांधी की हत्या की उसे हम महात्मा कहें या राक्षस? आंतकी कहें या हत्यारा? औवैसी ने कपूर कमीशन की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि इस रिपोर्ट में जिसकी भूमिका साजिशकर्ता की साबित हुई है, उसे आप महापुरुष कहेंगे या फिर नीच कहेंगे? हम उसे आतंकवादी ही कहेंगे।’