डॉ. हर्षवर्धन ने एनसीडीसी के नियंत्रण कक्ष, लैब और परीक्षण इकाईयों का किया मुआयना

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केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज नई दिल्‍ली स्थित राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के नियंत्रण कक्ष एवं परीक्षण प्रयोगशालाओं (टेस्टिंग लैबोरेटरी) का मुआयना किया और निदेशक (एनसीडीसी) डॉ. एस के सिंह तथा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महामारी की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। यही नहीं उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एनएचएम के एमडी और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ निगरानी अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श भी किया। इस दौरान  डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि पूरे देश में बीमारी के बढ़ते प्रकोप का पता लगाने में एनसीडीसी मुख्‍य भूमिका निभा रहा है जिसके तहत महामारी विज्ञान और नैदानिक संबंधी उपकरणों को इस्‍तेमाल में लाया जा रहा है।

उन्होंने सार्वजनिक स्वास्थ्य की निगरानी एवं ठोस कदम उठाने की व्‍यवस्‍था, तकनीकी मार्गदर्शन और प्रयोगशाला संबंधी सहायता के साथ-साथ एनसीडीसी द्वारा ‘कोविड-19’ के लिए शुरू की गई हेल्पलाइन के माध्यम से जनता की चिंताओं को दूर करने की सराहना की। उन्होंने नियंत्रण कक्ष का मुआयना किया और इस दिशा में बड़ी तेजी से ठोस कदम उठाने वाले कर्मवीरों से बातचीत की एवं उन्हें प्रोत्साहित किया।  एनसीडीसी के नियंत्रण कक्ष स्थित कॉल सेंटर के कर्मचारियों और परीक्षण एवं अनुसंधान में बड़ी तन्‍मयता से जुटे वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों एवं उल्‍लेखनीय उपलब्धियों की सराहना करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आप सभी हमारे अग्रिम पंक्ति के योद्धा हैं, जो विपत्ति के समय लोगों को समय पर सटीक एवं महत्वपूर्ण सूचनाएं देकर राष्ट्र के लिए संकटमोचक सेवा प्रदान कर रहे हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि मैं उन वैज्ञानिकों को नमन करता हूं जो परीक्षण (टेस्टिंग) कार्यों में जुटे रहते हैं और अपने कर्तव्य का निर्वहन करते समय स्‍वयं को जोखिम में डाल देते हैं। नियंत्रण कक्ष में कुल मिलाकर 2 लाख से भी अधिक कॉल का जवाब दिया गया है। इसी तरह लगभग 52 हजार ईमेल का जवाब दिया गया है डॉ. हर्षवर्धन ने सभी निगरानी अधिकारियों के समर्पण भाव, कड़ी मेहनत एवं निष्‍ठा की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की और उन्हें नए जज्‍बे के साथ लड़ाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। एनएचएम के एमडी के साथ देश भर में कोविड-19 की रोकथाम एवं इसे नियंत्रण में रखने की ताजा स्थिति की समीक्षा करते हुए

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने गहन सामुदायिक निगरानी और संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने पर विशेष जोर दिया। उन्‍होंने कहा कि यह समय की मांग है कि ऐसे सभी लोग जो या तो घर में हैं या किसी स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र में क्‍वारंटाइन में हैं, वे निरंतर सतर्क एवं सजग रहें और सामाजिक दूरी या एक-दूसरे से दूरी रखने तथा निजी साफ-सफाई के निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करें। इसके साथ ही बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखने की भी जरूरत है। डॉ. हर्षवर्धन ने देश के नागरिकों से अपील की है

कि वे सरकारी प्राधिकरणों के साथ सहयोग करें और कोविड-19 से जुड़ी प्रामाणिक जानकारियों को साझा कर तथा इस बारे में समस्‍त भ्रांतियों एवं अफवाहों पर ध्‍यान न देकर एक-दूसरे की मदद करें। अब तक कुल मिलाकर 1,87,904 व्यक्ति निगरानी में हैं और लगभग 35,073 व्‍यक्तियों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि को पूरा कर लिया है। परीक्षण किए गए कुल सैंपल (12872) में से 2023 सैंपल का परीक्षण एनसीडीसी द्वारा किया गया है। इनमें से 52 सैंपल में कोविड-19 के लक्षणों की पुष्टि हो गई है। दूसरे शब्‍दों में ये पॉजिटिव पाए गए हैं।

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भरत पांडेय