सीएम योगी ने कोविड नियंत्रण एवं बचाव सम्बन्धी निरीक्षण कार्य का किया प्रारम्भ, अदिकारियों को दिए सख्त निर्देश

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बढ़ते कोरोना के मद्देनजर नोडल अधिकारियों के साथ जनपद में पहुंचकर कोविड नियंत्रण एवं बचाव सम्बन्धी कार्य वाही की समीक्षा एवं निरीक्षण का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को टीम-9 की बैठक में प्रदेश के सभी जनपदों में 03 दिवसीय प्रवास के लिए नोडल अधिकारियों को भेजने तथा इन अधिकारियों द्वारा जनपद भ्रमण के दौरान कोरोना टेस्टिंग, वैक्सीनेशन, अस्पतालों की व्यवस्थाओं आदि के साथ-साथ रैन बसेरों का  इन्तजाम का निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे।

कोविड-19 को नियंत्रण एवं बचाव आदि की व्यवस्थाओं की समीक्षा एवं निरीक्षण करेंगे जिलाधिकारी

इस सम्बन्ध में मुख्य सचिव द्वारा एक विस्तृत  परिपत्र जारी करते हुए समस्त नोडल अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये गये हैं। इस परिपत्र के अनुसार सभी नोडल अधिकारी अपने आवंटित जनपद में 16 जनवरी, 2022 तक 03 दिन का भ्रमण कर कोविड-19 को नियंत्रण एवं बचाव आदि की व्यवस्थाओं की समीक्षा एवं निरीक्षण करेंगे ।17 जनवरी, 2022 तक स्वास्थ्य विभाग तथा कार्य क्रम कार्यान्वयन विभाग को आख्या उपलब्ध कराएंगे। जनपद प्रवास के दौरान जिलाधिकारी/मुख्य चिकित्सा अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा करने के उपरान्त दैनिक आख्या भी प्रोषित करेंगे।

नोडल अधिकारियों को यह निर्देश दिये गये हैं कि वे निगरानी समितियों तथा इण्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड सेण्टर (आई0सी0सी0सी0) की पूर्ण सक्रियता तथा बिना टीकाकरण वाले व्यक्तियों की सूची निगरानी समितियों द्वारा जिला प्रशासन को उपलब्ध कराये जाने की कार्य वाही की समीक्षा करेंगे। 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी पात्र व्यक्तियों को 20 जनवरी, 2022 तक कोविड टीके की शत-प्रतिशत प्रथम डोज, 75 प्रतिशत व्यक्तियों को द्वितीय डोज तथा 15 जनवरी, 2022 तक 15 से 17 आयु वर्ग के किशोर बच्चों को शत-प्रतिशत कोरोना टीके की प्रथम डोज सुनिश्चित कराये जाने की समीक्षा भी नोडल अधिकारी करेंगे।

बुजुर्गो एवं बच्चों को संक्रमण से बचाने पर विशेष ध्यान

नोडल अधिकारियों को कोरोना लक्षणयुक्त व्यक्तियों के होम आइसोलेशन में उपचार, उनकी निरन्तर मॉनीटरिंग तथा इन व्यक्तियों के साथ चिकित्सको के संवाद की समीक्षा करने के निर्देश भी दिये गये हैं। नोडल अधिकारी प्रत्येक कोविड पॉजिटिव व्यक्ति को मेडिसिन किट की उपलब्धता, कोविड के उपचार में उपयोगी जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता, आई0सी0सी0सी0 में चिकित्सकों का पैनल तैनात करते हुए जरूरतमन्दों को टेलीकंसल्टेशन की सुविधा तथा टेलीकंसल्टेशन के लिए अलग से जारी किये गये टेलीफोन नम्बर के सम्बन्ध में भी समीक्षा करने के निर्देश दिये गये हैं।

जनपद में नोडल अधिकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लाण्ट,उनकी क्रियाशीलता,ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर,वेन्टिलेटर,ICU बेड,आइसोलेशन बेड,एम्बुलेंस,दवाओं आदि की उपलब्धता को भी परखेंगे R.T.P.C.R.ट्रूनेट तथा एण्टीजजॉन टेस्ट की संख्या में आवश्यकतानुसार वृद्धि, मास्क के प्रयोग, सोशल डिस्टेंसिग, सैनिटाइजेशन सहित कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर के अनुपालन की स्थिति का भी निरीक्षण करेंगे। को-मॉर्बिड मरीजों, बुजुर्गो एवं बच्चों को संक्रमण से बचाने पर विशेष ध्यान,संक्रमित होने पर इनकी इलाज प्रक्रिया की सतत मॉनीटरिंग तथा मेडिसिन किट की उपलब्धता की समीक्षा करेंगे संक्रमित निराश्रित/अकेले रह रहे बुजुर्ग व्यक्ति, दिव्यांगजन के प्रति अतिरिक्त संवेदनशीलता का भाव रखे जाने तथा पुलिस एवं राजस्व तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा उनके समुचित इलाज, भोजन आदि की व्यवस्था, कोविड प्रबन्धन के पिछले अनुभव के आधार पर सामुदायिक भोजनालयों के संचालन, राशन कार्ड रहित व्यक्तियों/परिवार को दोनों समय फूड पैकेट उपलब्ध कराये जाने तथा ठण्ड के दृष्टिगत रैन बसेरों में समुचित प्रबन्ध एवं चिन्हित स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की समीक्षा/निरीक्षण भी नोडल अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।