हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में नदियों में प्रदूषण के रियल टाइम डाटा का पता लगाने के उद्देश्य से जिला सीमाओं पर ऑनलाइन वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित करने के निर्देश दिए। साथ ही, वर्ष 2015 से 2021 तक की एक विस्तृत रिपोर्ट बनाने के भी निर्देश दिए, जिससे नदियों में प्रदूषण और उससे निपटने के लिए किये गए उपायों की वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों में प्रदूषण को समाप्त करने के लिए जिलावार योजनाएं बनाई जाएं और जिन जिलों से यमुना और घग्गर नदियां गुजरती हैं उन जिलों में प्रवेश व निकासी सीमा पर नदियों के पानी के सैंपल एकत्रित किए जाएं ताकि जिस जिले में नदियों का पानी ज्यादा गंदा है, उसके अनुसार उस विशिष्ट जिले में अलग योजना बनाकर उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को संबंधित विभागों के साथ मिलकर योजनाएं बनानी चाहियें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि एनसीआर क्षेत्र और अन्य शहरों में सीएनजी व पीएनजी के कनेक्शन कहां -कहां मिल चुके हैं और आगामी कनेक्शन की प्रक्रिया की समय सीमा क्या है, इस पर भी विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए।
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव एस. नारायणन ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि बोर्ड द्वारा पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर नदियों और जल घरों से पानी के सैंपल एकत्रित किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों द्वारा छोड़े जा रहे पानी के लगभग 20000 सैंपल हर साल एकत्रित किए जाते हैं और उन्हें टेस्ट किया जाता है। इसके अलावा, बोर्ड द्वारा वायु गुणवत्ता पर भी निगरानी रखी जाती है और वायु प्रदूषण को कम करने के लिए निरंतर उपाय किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि नदियों के पानी का डाटा एकत्रित करने के उद्देश्य से राज्य में 4 विभिन्न जगहों पर ऑनलाइन वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं।
बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी एस ढेसी, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस एन रॉय, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता, मुख्यमंत्री की उप प्रधान सचिव आशिमा बराड़ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।