उत्तराखंड: बैसाखी उत्सव पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह द्वारा आयोजित अखंड पथ में हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा आज का दिन ऐतिहासिक है, आज ही के दिन बाबा साहब अंबेडकर की जयंती हुई, आज ही खालसा पंथ की स्थापना हुई और आज ही के दिन बैसाखी है। मैं बधाई देता हूं कि सबकी एक अच्छी शुरूआत हो।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यवासियों को बैसाखी पर्व की शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि यह पर्व हमारी सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था में खेती-किसानी की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है। सिख समुदाय के लिए भी यह त्योहार विशेष महत्व रखता है। इसी दिन सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पर्व खेती-किसानी से जुड़ा होने के साथ ही परिश्रम के प्रतिफल व उल्लास का भी है। समाज के सभी वर्गों में प्रेम और भाईचारे की भावना की मजबूती और देश की तरक्की में योगदान देने का संकल्प लेने की प्रेरणा भी यह पर्व देता है।