
भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इंडियाAI मिशन की पहली वर्षगांठ पर कई नई पहलों की घोषणा की। गुरुवार को आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने इंडियाAI कंप्यूट पोर्टल और AI कोश डेटा सेट प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया। इन पहलों का उद्देश्य भारत में AI नवाचार को गति देना, तकनीक को अधिक सुलभ बनाना और देश को AI में वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करना है।
18,000 से ज्यादा GPUs तक आसान पहुंच
नया क्लाउड-आधारित कंप्यूट पोर्टल छात्रों, स्टार्टअप्स, शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और सरकारी विभागों को 18,000 से अधिक GPUs, क्लाउड स्टोरेज और अन्य AI सेवाओं तक पहुंच प्रदान करेगा। यह पोर्टल भारत के अपने फाउंडेशनल AI मॉडल को विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि अब तक 67 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह भारत ने चंद्रयान मिशन को कम लागत में सफल बनाया, उसी रणनीति के तहत भारत अपना फाउंडेशनल AI मॉडल भी अन्य देशों की तुलना में किफायती लागत पर विकसित करेगा।
AI कोश, भारत का अपना डेटा सेट प्लेटफॉर्म
AI विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए AI कोश नामक ऑल-इन-वन डेटा सेट प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया गया। यह प्लेटफॉर्म गुणवत्तापूर्ण गैर-व्यक्तिगत डेटा तक आसान पहुंच प्रदान करेगा, जिससे भारत-केंद्रित AI मॉडल विकसित करने में तेजी आएगी।
AI कोश प्लेटफॉर्म पर AI मॉडल डेवलपर्स को विशेष टूल्स, संसाधन और विशेषज्ञ मार्गदर्शन मिलेगा, जिससे वे नई तकनीकी संभावनाओं को उद्योग समाधान में बदल सकें। यह पहल भारत को AI डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी।
भारत में अपने GPU विकसित करने की योजना
वैष्णव ने घोषणा की कि अगले 3-4 वर्षों में भारत अपने स्वयं के GPU विकसित करेगा, जो वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में इन GPUs का उपयोग केवल 100 रुपये प्रति घंटे से भी कम लागत पर किया जा सकेगा, जिससे छात्रों और स्टार्टअप्स को सस्ती AI कंप्यूटिंग की सुविधा मिलेगी।
इंडियाAI मिशन के तहत कई अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की गईं
- इंडिया AI स्टार्टअप्स ग्लोबल एक्सेलेरेशन प्रोग्राम: भारतीय स्टार्टअप्स को वैश्विक AI बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए।
- AI और सरकारी अधिकारियों के लिए कौशल ढांचा (Competency Framework): पब्लिक सेक्टर में AI के उपयोग को बढ़ाने के लिए।
- इंडिया AI फेलोशिप प्रोग्राम: AI अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए छात्रों को विशेष सम्मान।
- 30 AI अनुप्रयोगों को विशेष पहचान: भारतीय AI नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए 30 बेहतरीन परियोजनाओं को मान्यता।
AI मिशन के लिए 10 हजार करोड़ रुपये का बजट
मार्च 2023 में, भारत सरकार ने इंडिया AI मिशन के लिए 10,371.92 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी थी। यह मिशन पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन के इंडियाAI स्वतंत्र व्यवसाय प्रभाग (IBD) द्वारा लागू किया जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य में AI एक निर्णायक भूमिका निभा सकता है, और इंडियाAI मिशन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इंडियाAI मिशन के तहत की गई घोषणाएं यह दर्शाती हैं कि भारत AI के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है। GPU से लेकर डेटा सेट प्लेटफॉर्म तक, सरकार की यह पहल न केवल AI इनोवेशन को गति देगी बल्कि छात्रों, स्टार्टअप्स और अनुसंधानकर्ताओं को भी नए अवसर प्रदान करेगी।