
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध की तीव्रता अमेरिकी मध्यस्थता के बाद फिलहाल थमती नजर आ रही है। दोनों देशों ने संघर्षविराम की घोषणा कर दी है, लेकिन इस टकराव में भारत ने पाकिस्तान को सैन्य मोर्चे पर गंभीर नुकसान पहुंचाया है। भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को स्पष्ट कहा कि “भारतीय मिसाइलों की गूंज रावलपिंडी तक सुनाई दी है।” गौरतलब है कि रावलपिंडी पाकिस्तान की एक अहम सैन्य छावनी है, जो इस हमले की रणनीतिक गंभीरता को दर्शाता है।
इस बीच बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने भी पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। स्वतंत्र बलूचिस्तान की मांग को लेकर लड़ रही BLA ने ANI से बातचीत में दावा किया है कि उन्होंने हाल ही में बलूचिस्तान में पाकिस्तान सेना और पुलिस के 39 ठिकानों पर हमले किए हैं।
BLA के प्रवक्ता जीयंद बलूत के अनुसार, उनके लड़ाकों ने पंजगुर और होशाब जैसे इलाकों में कई पुलिस स्टेशनों, सैन्य काफिलों, प्रमुख राजमार्गों और चेक पोस्टों को निशाना बनाया है। कई जगहों पर सरकारी इमारतों पर कब्जा कर हथियार भी जब्त किए गए हैं। यह सिलसिला अब भी जारी है।
BLA ने एक प्रेस बयान में कहा है कि उनका यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक रणनीतिक लक्ष्यों की पूर्ति नहीं हो जाती। उन्होंने पाकिस्तान पर आर्थिक शोषण, राजनीतिक भेदभाव और सैन्य दमन के गंभीर आरोप लगाए हैं।
आज़ाद बलूचिस्तान की मांग तेज
बलूच राष्ट्रवादी समूह लंबे समय से पाकिस्तान से अलगाव की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान सरकार बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रही है, लेकिन स्थानीय लोगों को उसका कोई लाभ नहीं मिल रहा। इस दमन के विरोध में बलूच समुदाय का विद्रोह अब एक संगठित और सशस्त्र संघर्ष का रूप ले चुका है।