रूस से तेल खरीदने को लेकर अमेरिका अपने बयान से पलटा, भारत को कभी नहीं दी थी चेतावनी

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रूस से तेल खरीदने को लेकर अमेरिका अपने पहले के बयान से पलट गया है। व्हाइट हाउस का कहना है कि उसने भारत को कभी कोई चेतावनी नहीं दी थी। इसके साथ ही कहा कि ये भारत का निर्णय है कि वह रूस से तेल खरीदे या नहीं।

बता दें कि पिछले महीने के अंत में नई दिल्ली में दलीप सिंह ने कहा था कि युद्ध उन देशों की वजह से जारी है, जो प्रतिबंधों को दरकिनार करते हैं। दलीप सिंह के इस बयान को कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा भारत को ‘चेतावनी’ के तौर पर देखा गया था।

व्हाइट हाउस ने इस बात से इनकार किया है कि अमेरिकी उपराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने अपनी नई दिल्ली यात्रा के दौरान भारत को चेतावनी दी थी और वहां उनकी बातचीत को रचनात्मक बातचीत के रूप में वर्णित किया। आपको बता दें कि इस मुद्दे पर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने शुक्रवार को कहा, मैं इसे चेतावनी के रूप में नहीं दिखाऊंगी और न ही हमने उस समय कहा था।

साकी ने कहा, उन्होंने जाकर रचनात्मक बातचीत की और स्पष्ट किया कि यह भारत सहित प्रत्येक देश का निर्णय है कि वे रूसी तेल आयात करने जा रहे हैं या नहीं और कहा कि निश्चित रूप से उन्हें प्रतिबंधों का पालन करना चाहिए, जो उस निर्णय से संबंधित नहीं हैं, लेकिन साथ ही, हम यहां भारत को तेल खरीदने में 1 से 2 प्रतिशत कमी लाने के लिए मदद करेंगे।

साथ ही साकी ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन का मानना है कि भारत के साथ हमारी साझेदारी दुनिया में हमारे सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है। आपको बता दें कि दलीप सिंह पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान यह भी कहा था कि मैं यहां हमारे प्रतिबंधों, हमारे साथ जुड़ने, साझा संकल्प को व्यक्त करने और साझा हितों को आगे बढ़ाने के लिए दोस्ती की भावना से आया हूं। दलीप सिंह यूएस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में आर्थिक मामलों के प्रभारी हैं और रूस पर अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों पर बाइडेन के सलाहकार हैं।