
अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया की फ्लाइट AI171 को लेकर भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आ गई है। 15 पन्नों की इस रिपोर्ट में सामने आया है कि टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए, जिससे विमान हवा में ही निष्क्रिय हो गया और कुछ ही क्षणों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इंजन बंद, फ्यूल सप्लाई रुकी
AAIB के अनुसार, टेकऑफ के ठीक बाद दोनों इंजन के फ्यूल कटऑफ स्विच अचानक “रन” से “कटऑफ” मोड में चले गए। इससे ईंधन की आपूर्ति रुक गई और इंजन की रोटेशन स्पीड तेजी से गिरने लगी। परिणामस्वरूप, विमान क्रैश कर गया।
कॉकपिट रिकॉर्डिंग में पायलटों की चौंकाने वाली बातचीत
रिपोर्ट में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से मिली जानकारी ने हादसे के कारणों को और उलझा दिया है। इसमें मुख्य पायलट सुमीत सुभरवाल को को-पायलट क्लाइव कुंदर से यह पूछते हुए सुना गया: “तुमने फ्यूल क्यों बंद किया?” को-पायलट ने जवाब दिया, “मैंने कुछ नहीं किया।” इस संवाद ने मानवीय गलती और तकनीकी खराबी दोनों को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं।
सिर्फ एक यात्री बचा जिंदा
यह हादसा 12 जून को हुआ था, जब AI171 फ्लाइट ने अहमदाबाद से उड़ान भरी थी। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से केवल एक बांग्लादेशी नागरिक ही जीवित बच पाया। यह अब तक के सबसे गंभीर ड्रीमलाइनर (Boeing 787-8) हादसों में गिना जा रहा है।
फ्लाइट रिकॉर्डर से डेटा निकालना चुनौतीपूर्ण
AAIB ने बताया कि विमान के एक्सटेंडेड एयरफ्रेम फ्लाइट रिकॉर्डर (EAFR) को काफी नुकसान हुआ है और पारंपरिक तकनीकों से डेटा निकालना संभव नहीं हो पाया है। विशेष तकनीकों का इस्तेमाल कर डेटा रिकवरी की कोशिशें जारी हैं। साथ ही चश्मदीदों और एकमात्र जीवित यात्री के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं।
एअर इंडिया की प्रतिक्रिया
हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए एअर इंडिया ने कहा, हम इस बेहद दुखद हादसे से प्रभावित परिवारों के साथ खड़े हैं और प्रारंभिक जांच रिपोर्ट को स्वीकार करते हैं। जांच एजेंसियों के साथ हम पूरा सहयोग कर रहे हैं। जब तक जांच पूरी नहीं होती, हम किसी निष्कर्ष पर टिप्पणी नहीं करेंगे।
तकनीकी खामी या मानवीय भूल?
रिपोर्ट के अनुसार, जांचकर्ता अभी तक यह तय नहीं कर पाए हैं कि यह हादसा तकनीकी खराबी की वजह से हुआ या पायलटों की गलती से। हालांकि, अब तक की जांच में ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है जिससे विमान या इंजन निर्माता के खिलाफ सुरक्षा चेतावनी जारी की जाए।
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट ने हादसे की गंभीरता और रहस्य को और गहरा कर दिया है। अब सभी की नजरें अंतिम रिपोर्ट और विस्तृत जांच पर टिकी हैं, जिससे इस दर्दनाक हादसे की असल वजह सामने आ सके।