Home news यूक्रेन से 22,500 नागरिक सुरक्षित अपने वतन लौटे, युद्ध के बीच चुनौतीपूर्ण...
यूक्रेन संकट पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन गंगा के तहत वहां से 1 फरवरी से 11 मार्च, 2022 तक लगभग 22,500 भारतीय छात्रों को वापस लाया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर हमने ऑपरेशन गंगा लॉन्च किया, जिसके अंतर्गत यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे संघर्ष की स्थिति के दौरान चुनौतीपूर्ण निकासी अभियान चलाया गया।
इसके लिए हमारा समुदाय चुनौतियों का सामना करते हुए यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद था। ऑपरेशन गंगा के तहत 90 उड़ानें संचालित की गईं, जिनमें से 76 नागरिक उड़ानें थीं और 14 भारतीय वायु सेना की उड़ानें थीं। निकासी उड़ानें रोमानिया, पोलैंड, हंगरी और स्लोवाकिया से थीं।
सरकार ने निकासी उड़ानों के संचालन के लिए भारतीय एयरलाइनों के साथ तालमेल किया था। छह निजी एयरलाइनों अर्थात् एयर एशिया, एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, गो फर्स्ट, इंडिगो और स्पाइसजेट ने ऑपरेशन गंगा के तहत चार्टर्ड सेवाओं का संचालन किया।
सरकार ने यूक्रेन से सटे देशों- रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत छह निजी एयरलाइनों- एयर एशिया, एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, गो फर्स्ट, इंडिगो और स्पाइसजेट के साथ तालमेल किया है।
एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस दोनों ने मिलकर ऑपरेशन गंगा के तहत 23 निकासी उड़ानें संचालित की हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत संचालित की गई सभी हवाई उड़ानों का किराया पूरी तरह से भारत सरकार ने वहन किया है। यह जानकारी नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।