लखनऊ। आपको बता दिया जाए कि यूपी में ईद, अक्षय तृतीया और अन्य त्योहारों के पहले लाउडस्पीकर के खिलाफ अभियान शुरू हो गया है। ये सब सख़्ती यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद हो रही है। यूपी में आदेश साफ़ हैं कि किसी ने धार्मिक आयोजन की इजाज़त नहीं दी जाएगी। यूपी पुलिस के ADG लॉ आर्डर प्रशांत कुमार ने खुलासा करते हुए कहा कि धर्म की आड़ में अराजकता फैलाने वालों से सख़्ती के साथ निपटा जाएगा।
प्रशांत कुमार ने आगे बताया कि, अभी मेरठ में जागरण करने को लोग उतारू थे। हमने इजाज़त नही दी , मथुरा में भी ऐसी कोशिश की जा रही थी हमने रोकने का प्रयास किया है। कुछ तस्वीरें यूपी के सीतापुर, रायबरेली, सहारनपुर की हैं। जहां मंदिर और मस्ज़िद दोनों से लाउडस्पीकर उतारे जा रहे हैं।
पुलिस के कहने पर इलाहाबाद के प्रसिद्ध लेटे हनुमान मंदिर के लाउडस्पीकर की आवाज़ धीमी होती हुई नज़र आई तो इलाहाबाद की जामा मस्जिद के लाउडस्पीकर उतरवा लिए गए।
प्रमुख मस्ज़िद कमेटी इलाहाबाद मौलाना जावेद अर्फ़ी ने कहा, जो प्रशासन ने किया है, हम साथ में हैं। हमने लाउडस्पीकर की आवाज़ भी कम की है और हटाए भी है। नई गाइडलाइन के हिसाब से काम करना है।
लेटे हुए हनुमान जी के संरक्षक महाराज बलबीर गिरी ने कहा, इन लाउडस्पीकरों की वजह से समाज में माहौल ख़राब हो रहा था। हम लोगों का कर्तव्य बनता है कि माहौल न ख़राब होने दें।
यूपी सरकार के मुताबिक़ यह बताया जा रहा है कि अब तक 4258 लाउडस्पीकर हटाए गए और लगभग 28000 लाउडस्पीकरों की आवाज़ कम करवाई जा चुकी हैं। योगी सरकार की कोशिश है कि इस पूरे प्रयास के ज़रिए मुसलमानों में विश्वास पैदा किया जा सके।