एजेंसी:-हार्दिक पटेल पहले ही पार्टी के प्रति अपने बागी तेवर को अच्छे से दिखा चुके हैं। इस बीच गुजरात में कांग्रेस पार्टी को एक और झटका भी लगा है। तीन बार के विधायक और आदिवासी नेता ने अश्विन कोटवाल ने भी बीजेपी के दामन को थामा है।
गुजरात विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, कांग्रेस पार्टी में असंतोष को लगातार ही सामने आ रहा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पहले ही पार्टी के प्रति अपने बागी तेवर को दिखा चुके हैं। इस बीच मंगलवार को ही गुजरात में कांग्रेस पार्टी को एक और झटका भी लगा है। तीन बार के विधायक और आदिवासी नेता अश्विन कोतवाल ने बीजेपी का दामन को थाम लिया है। ये माना जा रहा है कि वह विपक्षी नेता के तौर पर दूसरे आदिवासी नेता सुखराम राठवा के चुने जाने से भी नाराज चल रहे थे। उन्होंने एक महीने से भी अधिक समय में कांग्रेस कार्यालय तक आना बंद कर दिया था।
गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले भी कांग्रेस पार्टी की चिंताएं कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। कांग्रेस के आदिवासी नेता अश्विनी कोतवाल ने तो कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी के दामन को थाम लिया है। अश्विनी कोतवाल तीन बार विधानसभा का प्रतिनिधित्व को कर चुके हैं। उनका ये जाना कांग्रेस के लिए भी एक बड़ा झटका है। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कोतवाल ने ये कहा है कि वह कांग्रेस के विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों में भी काम को करने के तरीके से नाखुश हैं।