कृषि रत्न के पुरस्कार को दिए जाने से राजेंद्र पवार ने किया इनकार, जानिए वजह

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एजेंसी:-महाराष्ट्र सरकार का कृषि रत्न पुरस्कार इस बार एनसीपी चीफ शरद पवार के भतीजे राजेंद्र पवार को ही दिया जाना था लेकिन उन्होंने यह पुरस्कार को लेने से साफ इनकार कर दिया। इसके लिए राज्यपाल को भी जिम्मेदार ठहराया गया।

एनसीपी चीफ शरद पवार के भतीजे राजेंद्र पवार ने राज्य सरकार के डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि रत्न अवॉर्ड को लेने से किया इनकार । यह अवॉर्ड राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हाथों से बांटा गया। नाशिक में पुरस्कार वितरण समारोह में ही उन्होंने हिस्सा नहीं लिया था। राजेंद्र पवार ने ये कहा कि कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी महाराज और ज्योतिबा फुले को भी लेकर आपत्तिजनक बयान तक दिए थे इसलिए उनके हाथों से वह पुरस्कार को नहीं लेना चाहते थे।

राजेंद्र पवार ने ये कहा की, राज्यपाल के हाथों से पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। मैं इस अवॉर्ड को राज्यपाल के हाथों से नहीं बल्कि कृषि विभाग के दफ्तर से ही लेना पसंद करूंगा। राज्यपाल इस तरह के व्यक्ति हैं जिन्होंने बिना जाने समझे ही छत्रपति शिवाजी महाराज और ज्योतिबा फुले को लेकर बयान दिया है उन्होंने राज्य की शांति भी भंग की है।