शताब्दी और राजधानी ट्रेनों की जगह अब वंदे भारत लेगी

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वंदे भारत ट्रेन यात्रियों को खूब पसंद आ रही है.भारतीय रेलवे ने इसे देखते हुए ,देश में जल्द ही स्लीपर वंदे भारत दौड़ाने की योजना बना रहा है. इसके लिए कंपनियों को टेंडर भी जारी किए जा रहे हैं. अगले दो सालों में देश के अलग-अलग रूटों पर 400 ट्रेनें ट्रैक पर उतारी जायेंगी.

देशभर में वंदे भारत ट्रेन की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए अधिक-से-अधिक सेमी हाई स्पीड ट्रेनों को पटरी पर उतारने की तैयारी चल रही है. इतना ही नहीं वंदे भारत ट्रेन को अब स्लीपर कोच के साथ चलाने की भी योजना है. इसके लिए कंपनियों को टेंडर भी दिए जा रहे हैं. स्लीपर कोच वाली वंदे भारत ट्रेनों को 220 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने के हिसाब से तैयार किया जा रहा है. जानकारों के अनुसार, आने वाल समय में राजधानी, शताब्दी और दुरंतो जैसी ट्रेनों की जगह सेमी हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलेंगी.

बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की पहली सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन है, जिसे भारतीय रेलवे की सहायक कंपनी चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री द्वारा विकसित और डिज़ाइन किया गया है. ट्रेन आकर्षक, आधुनिक और पूरी तरह से वातानुकूलित है, जिसमें यात्रियों के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं और सेवाएं हैं. अगले दो सालों में देश के अलग-अलग रूटों पर इस संस्करण की 400 ट्रेनें ट्रैक पर उतारी जायेंगी. रेलवे के मुताबिक वंदे भारत एक्सप्रेस के स्लीपर वर्जन के कोच एल्युमिनियम के बने होंगे और इसे अधिकतम 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने के लिए डिजाइन किया जाएगा.

रेलवे के मुताबिक आईसीएफ साहित कई कंपनियों ने इन ट्रेनों को बनाने में दिलचस्पी दिखाई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 400 ट्रेनों में से पहली 200 चेयर कार ट्रेनें होंगी और बाकी स्लीपर वर्जन होंगी. यह भी बताया गया है कि चेयर कार ट्रेनों को अधिकतम 180 किमी प्रति घंटे की गति से चलाने के लिए डिजाइन किया जाएगा और ये कमर्शियल उद्देश्यों के लिए 130 किमी प्रति घंटे की गति से चलेंगी. दरअसल वंदे भारत ट्रेनों के चेयर कार संस्करण धीरे-धीरे शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों की जगह लेंगे और ट्रेन के स्लीपर संस्करण राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों की जगह लेंगे.

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