केदारनाथ धाम में मंदिर के पीछे बर्फीली चोटियों पर एक बार फिर एवलांच आया है. हालांकि, यह एवलांच केदारनाथ धाम से लगभग तीन से चार किमी दूर था. इसमें किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन इस एवलांच को देखकर श्रद्धालुओं की सांसे थम गई. पिछले यात्रा सीजन के दौरान भी इन बर्फीली पहाड़ियों पर तीन बार एवलांच हुआ था. इस बार भी अप्रैल माह में एवलांच की घटना सामने आई थी.
केदारनाथ धाम में इस बार शुरूआत से ही मौसम खराब है. धाम में अभी तक लगातार बर्फबारी हो रही है. जबकि, निचले क्षेत्रों में बारिश जारी है. विगत मई महीने में पैदल यात्रा मार्ग पर जगह-जगह ग्लेशियर भी टूटे. यात्रा भी प्रभावित रही. वहीं, अप्रैल माह के बाद अब जून माह के द्वितीय सप्ताह में धाम में एवलांच आया है.
केदारनाथ धाम में मंदिर के पीछे बर्फीली चोटियों पर एवलांच आया!
हालांकि, किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है। पिछले यात्रा सीजन के दौरान भी इन बर्फीली पहाड़ियों पर तीन बार एवलांच हुआ था। इस बार भी अप्रैल माह में एवलांच की घटना सामने आई थी।#Kedarnath pic.twitter.com/61UaeT81u4
— ऋषभ वीरेन्द्र दीक्षित (@RishabhDixit57) June 8, 2023
केदारनाथ धाम से तीन से चार किमी दूर स्थित बर्फीली पहाड़ियों पर आज सुबह एवलांच हुआ. यहां चोटियों से बर्फ पिघलकर बहनें लगी. हालांकि, यह एवलांच केदारनाथ धाम से दूर हिमालयी पर्वतों में था.इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है. पिछले वर्ष की यात्रा के दौरान भी तीन बार इन्हीं पर्वतों पर एवलांच होने की घटनाएं सामने आई थी, जबकि इस बार अप्रैल माह में भी एवलांच देखने को मिला. उस दौरान भी कोई नुकसान नहीं हुआ था.
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