सिर्फ Raksha Bandhan पर होंगे भगवान नारायण के इस मंदिर के दर्शन!

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भारत में कुल 33 करोड़ देवी-देवताएं हैं और अनगिनत मंदिर हैं, पर जिस मंदिर के बारे में आज हम आपको बताएंगे उसे देखकर आप चौंक जाएंगे। हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित भगवान नारायण के प्रसिद्ध वंशी नारायण मंद‍िर की जो खुद में कई राज समेंटे हुए हैं। वैसे हिन्दू मान्यता के अनुसार मंदिर के कपाट सिर्फ रात के समय ही बंद होते हैं, पर आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि भगवान नारायण का ये प्रसिद्ध मंदिर साल में सिर्फ एक बार खुलता है।

मंदिर से जुड़ी कथा

इस मंदिर के बारे में पुजारी और आस-पास के लोगों का मानना है कि यहां 364 दिन नारद जी भगवान श्री नारायण की आराधना करते हैं, इसलिए सिर्फ एक दिन ही दर्शन के लिए इस मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जा सकते हैं। साथ ही आपको बता दें कि इस मंदिर के 364 दिन बंद रहने की कथा भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी से जुड़ी है। ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु एक बार पाताल लोक चले गए, जिसकी वजह से मां लक्ष्मी अत्यंत चितंत हो गई। मां लक्ष्मी ने नारद जी से भगवान विष्णु को वापस लाने के लिए कहा, और जब नारद मुनि के कहने पर विष्णु जी ना मानें तब नारद मुनि ने भगवान विष्णु की वापसी के लिए इस स्थान पर श्री नारायण की आराधना की थी।

कैसे होती है मंदिर में आरती!

रक्षांबधन यानी सावन मास की पूर्णिमा के दिन इस मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खुलते हैं। इस दिन मंदिर की साफ-सफाई की जाती है, भगवान नारायण की प्रतिमा को नए वस्त्रों से सजाया जाता है। साथ ही इन दिन श्रद्धालु भगवान नारायण को राखी बांधते हैं और उनसे सुखी जीवन की प्रार्थना करते हैं।