नई दिल्ली- जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद से ही भारत-पाकिस्तान सेना के बीच तल्खी के संबंध बने हुए हैं। सीमा पर भारत लगातार पाक की सीजफायर के उल्लघंन का मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। भारत के मुंहतोड़ जवाब से तिलमिलाया पाकिस्तान शांति की मांग कर रहा है। सूत्रों की मानें तो पाक अधिकृत कश्मीर में एक बैठक हुई जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी, ISI के साथ-साथ कई आंतकी संगठन शामिल हुए।
16 मार्च को हुई इस आतंकी संगठनों की बैठक में PoK में मौजूद चार आतंकी कैंपों को बंद करने का फैसला लिया गया। भारतीय सेना की कार्रवाई से घबराए इन आतंकी संगठनों का कहना है कि भारत लगातार राजौरी में मौजूद आतंकी कैम्पों को अपना निशाना बना रहा है।
पाकिस्तान की ओर से जिन कैंपों को बंद करने का फैसला लिया गया है वे जम्मू के कोटली और निकियाल सेक्ट स्थित हैं। बंद होने वाले दो आतंकी कैंपों का संचालन आतंकी अशफाक बड़वाल करता है।
इनमें से दो कैंप पाला क्षेत्र में हैं जो जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन द्वारा चलाए जा रहे हैं। आपको बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से सीजफायर का उल्लंघन बढ़ा है। पिछले तीन महीनों में पाक द्वारा करीब 634 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया है, वहीं साल 2018 की बात करें तो करीब 1629 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया था।