नई दिल्ली- राम मंदिर विवाद पर जल्द सुनवाई करने की मांग को सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया। दरअसल कुछ दिन पहले अखिल भारत हिन्दू महासभा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिसमें उन्होंने अयोध्या विवाद पर सुनवाई जल्द करने की मांग की थी। हिंदू महासभा के वकील ने कोर्ट में कहा था कि इस मामले का फैसला अर्जेन्सी में आना चाहिए जिसको सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया और कहा कि वह इस मामले में पहले ही सुनवाई कर इसे जनवरी तक टाल चुका है।
Supreme Court refuses to hear a PIL filed by a student seeking a direction to the MPs and MLAs, for publishing their monthly work on a website. pic.twitter.com/15Rg3vWUxN
— ANI (@ANI) November 12, 2018
आपको बता दें कि कोर्ट ने पिछली सुनवाई में कहा था कि इस मामले की अगली सुनवाई अगले साल जनवरी में होगी और तभी ये भी तय किया जाएगा कि अगली सुनवाई कोर्ट की पहली बेंच ही करेगी या मामले में नई बेंच बनाने की जरुरत है। कोर्ट के अनुसार मामले की अगली सुनवाई की तारीख भी अगले साल जनवरी में ही तय की जाएगी।
Supreme Court has rejected plea seeking early hearing in Ayodhya title suit in connection with Ram Janmabhoomi Babri Masjid case. pic.twitter.com/JHRmEqtdU6
— ANI (@ANI) November 12, 2018
राम मंदिर निर्माण में देरी से राजनैतिक दल से लेकर आम जनता तक सब नाराज हैं। सुप्रीम कोर्ट के सुनवाई टालने के फैसले से नाराज महाराज यतींद्रानंद गिरि ने कल सांकेतिक अनशन किया जिसमें उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए संत समाज की क्रांति से पहले ही केंद्र सरकार को खुद कोई सकरात्मक पहल करनी चाहिए। महाराज यतींद्रानंद गिरि ने कहा कि राम मंदिर मामले में मोदी सरकार को अध्यादेश लाकर निर्माण शुरु करा देना चाहिए।