
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में रेलवे भूमि से अतिक्रमण हटाने के बहुचर्चित मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई को स्थगित कर दिया गया। अब इस मामले की अगली सुनवाई 10 दिसंबर को होगी। निर्णय टलने के बावजूद शहर में सुरक्षा व्यवस्था चरम पर बनी हुई है और हल्द्वानी पुलिस लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है। पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका है।
वरिष्ठ अधिकारी लगातार मैदान में
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसपी हल्द्वानी मनोज कुमार कत्याल, एसपी/सीओ लालकुआं दीपशिखा अग्रवाल, सीओ हल्द्वानी अमित कुमार सैनी, थानाध्यक्ष सुशील जोशी और अन्य अधिकारी लगातार मोर्चे पर डटे हुए हैं। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी डॉ. मंजुनाथ टीसी ने खुद संभाली कमान
नैनीताल एसएसपी डॉ. मंजुनाथ टीसी लगातार क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का पालन और कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है। क्षेत्रों में घेराबंदी बढ़ाई गई है और पुलिस, RPF और अर्धसैनिक बलों को आधुनिक हथियारों के साथ तैनात किया गया है।
बनभूलपुरा में जीरो जोन, कड़ी पाबंदियां लागू
हालांकि सुनवाई टल गई, लेकिन पुलिस ने बनभूलपुरा और आसपास के कई क्षेत्रों को जीरो जोन घोषित कर दिया है। इन इलाकों में किसी भी वाहन का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। भीड़ नियंत्रण के लिए विस्तृत रूट डायवर्जन प्लान लागू किया गया है। एसपी ट्रैफिक डॉ. जगदीश चंद्र के अनुसार, मंगलवार सुबह 8 बजे से रात 9 बजे तक व्यवस्था प्रभावी रहेगी। भारी वाहनों का आवागमन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक प्रतिबंधित रहेगा।
मुख्य रूट डायवर्जन
– रामपुर/रुद्रपुर की ओर से आने वाले वाहन पंतनगर–दिनेशपुर मोड़ से होकर नई बाईपास रोड से भेजे जाएंगे।
– पर्वतीय इलाकों से आने वाले वाहन चंपावत–टनकपुर रोड का उपयोग करेंगे।
– नैनीताल/भीमताल/कैंचीधाम की ओर जाने वाले वाहन गन्ना सेंटर–शीतल होटल तिराहा से तीनपानी फ्लाईओवर और गौलापार रोड का उपयोग करेंगे।
– अन्य शहरों की ओर जाने वाले वाहन देवलचौड़–छड़ायल–लालडांठ–पनचक्की मार्ग से गुजरेंगे।
– रामनगर/बाजपुर की ओर के वाहन कालाढूंगी–मंगोली होकर भेजे जाएंगे, जबकि कुछ वाहन ऊंचापुल–लालडांठ–पनचक्की होकर नरीमन भेजे जाएंगे।
बीएनएसएस की धारा 135 और 172 लागू
क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने धारा 135 और धारा 172 लागू कर दी है। इससे पुलिस को कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश पर तत्काल कार्रवाई करने का अधिकार मिल जाता है।
सोमवार शाम एसएसपी डॉ. मंजुनाथ टीसी की अध्यक्षता में आईटीबीपी के डिप्टी कमांडेंट संजीत कुमार और सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट मनमोहन सिंह के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक हुई। सभी बलों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए।
अब 10 दिसंबर का इंतजार
सुनवाई की नई तारीख घोषित होने के बाद अब हल्द्वानी में सुरक्षा और सतर्कता को और बढ़ा दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले तक प्रत्येक स्थिति पर कड़ी नजर रखी जाएगी और किसी भी अप्रिय घटना को हर हाल में रोकना उनकी प्राथमिकता है।













