
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अब पुराने, कटे-फटे और चलन से बाहर हो चुके नोटों को सिर्फ जलाने या गलाने के बजाय एक पर्यावरण के अनुकूल तरीके से दोबारा उपयोग में लाने की तैयारी में है. अपनी हालिया वार्षिक रिपोर्ट में RBI ने बताया कि इन नोटों का इस्तेमाल अब पार्टिकल बोर्ड बनाने में किया जाएगा, जिससे कुर्सी-टेबल और अन्य फर्नीचर तैयार किए जा सकेंगे.
अब तक कैसे होता था निपटान?
हर साल रिजर्व बैंक के पास 15,000 टन से ज्यादा ऐसे नोट जमा होते हैं, जो पुराने हो जाने, कट-फट जाने या अन्य कारणों से चलन से बाहर कर दिए जाते हैं. अब तक इन नोटों को या तो जलाकर या फिर सड़ाकर नष्ट किया जाता था. यह प्रक्रिया न केवल महंगी थी, बल्कि पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक थी.