आजकल हर उम्र के लोग डायबिटीज़ का शिकार होते जा रहे है। डायबिटीज़ का मुख्य कारण मोटापा , मानसिक तनाव , ज्यादा चीनी व ज्यादा कैलरी वाला खानपान आदी हैं। खून में शुगर की मात्रा ज्यादा होने पर डायबिटीज़ जैसी बिमारियॉं होती है। जब शरीर में ‘इंसुलिन’ की मात्रा कम हो जाती है तब ग्लूकोज खून में बढ़ना शुरू हो जाता है। यह अवस्था डायबिटीज कहलाती है। तब इससे पीड़ित व्यक्ति को इंसुलिन का इंजेक्शन लेना पड़ता है ताकि खून में ग्लूकोज की मात्रा सामान्य रह सके। डायबिटीज को नजरअंदाज करना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। डायबिटीज के कई लक्षण हैं जिससे कोई भी व्यक्ति पहले ही सतर्क हो सकता है , जैसे कि-
- लगातार पेशाब आना
- अधिक प्यास लगना
- अधिक भूक लगना
- वजन का कम होना
- कमजोरी महसूस करना
- धुंधला दिखाई देना
डायबिटीज़ से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय…
डायबिटीज़ के मरीजों की मौत का कारण ज्यादातर हार्ट अटैक ही होता है। डायबिटीज़ के मरीजों को हार्ट अटैक का खतरा आम व्यक्ति से पचास गुना ज्यादा बढ़ जाता है।
डायबिटीज़ को कंट्रोल में करने के लिए एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं जैसे की –
- हेल्दी व पौष्टिक आहार लें।
- शारीरिक मेहनत करें।
- वजन कंट्रोल में रखें।
- खुली हवा में वॉकिंग और व्यायाम करें।
- रेगुलर चैक-अप करवाते रहें।
- खाने में आयुर्वेदिक चीज़े जैसे हल्दी , बाजरा , मेथी आदी का प्रयोग करें।
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