दुबई की अपनी यात्रा के तीसरे दिन केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कल दुबई एक्सपो 2020 इंडिया पवेलियन में ‘भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग की वैश्विक पहुंच’ पर अभिनेता रणवीर सिंह के साथ बातचीत की।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दुबई में भारतीय लोग भारत के असली ब्रांड एंबेसडर हैं। 1.7 मिलियन दर्शकों के साथ इंडिया पवेलियन ने बड़ी तादाद में लोगों को आकर्षित किया है। मंत्री ने आगे कहा कि देश भारत की आजादी के 75 साल का जश्न मना रहा है और समारोह केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी आयोजित हो रहे हैं।
भारत के सॉफ्ट पावर बनने में फिल्मों के योगदान को स्वीकार करते हुए, केंद्रीय़ मंत्री ने कहा कि भारत कहानी कहने वालों की भूमि है और फिल्म उद्योग ने विदेश के लोगों को बहुत प्रभावित किया है, जो भारत को उसकी फिल्मों की वजह से पहचानते हैं। मंत्री ने कहा कि उनका उद्देश्य भारत को दुनिया का कंटेंट उपमहाद्वीप बनाना है। इससे भारत में लाखों नौकरियों के अवसर पैदा हो सकते हैं और पूरी दुनिया के लिए कंटेंट तैयार करने में मदद मिल सकती है। मंत्री ने विभिन्न फिल्मों में किए अभिनय को याद करते हुए रणवीर सिंह को अभिनय प्रतिभा का पावरहाउस माना।
रणवीर सिंह ने कहा कि भारतीय कंटेट वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कगार पर पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि भारतीय मनोरंजन दुनियाभर में तेजी से विस्तार कर रहा है। हमारी कहानियां लोगों से सीधे जुड़ती हैं और सांस्कृतिक सीमाओं को पार कर जाती है। इतना ही नहीं, विदेश में रहने वाले भारतीय फिल्मों के माध्यम से भारत के साथ जुड़ते हैं। इस दिलचस्प चर्चा से पहले केंद्रीय मंत्री ने रणवीर सिंह के साथ दुबई एक्सपो 2020 में इंडिया पवेलियन का दौरा किया।
इससे पहले, दिन में केंद्रीय मंत्री ने दुबई पर्यटन और वाणिज्य विपणन निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इसाम काजिम के साथ पर्यटन क्षेत्र के संबंध में दुबई को दुनिया का एक पसंदीदा पर्यटन गंतव्य बनाने के लिए अपनाई गई विभिन्न रणनीतियों पर चर्चा की। बैठक के दौरान मंत्री ने एक्सपो के आयोजन के लिए दुबई की सराहना की, जो महामारी के बावजूद काफी सफल रहा है। दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर दुबई के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री ने कहा कि भारतीयों ने महामारी के वर्षों में लंदन जैसी पश्चिमी राजधानियों की बजाय दुबई के लिए उड़ान भरना पसंद किया।
वही इसाम काजिम ने कहा कि एक निश्चित लक्ष्य के साथ निर्णायक नेतृत्व होने के कारण दुबई को यह सफलता हासिल हुई है। उन्होंने कोविड के दौरान दुबई अथॉरिटी की रणनीति के बारे में भी बात की, जब मार्च 2020 में शहर को बंद कर दिया था। अधिकारियों ने पूरी तरह से नई रणनीति अपनाई और प्रतिबंध व प्रोटोकॉल सुनिश्चित किए। यात्रियों के लिए टीकाकरण और पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिए गए थे और दुबई पर्यटकों के लिए खुलने वाला पहला शहर था।
काजिम ने इस बात का उल्लेख किया कि दुबई 2025 तक 25 मिलियन पर्यटकों को आकर्षित करने और दुनिया का सबसे अधिक घूमा जाने वाला शहर बनने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। यह शहर दुबई की मार्केटिंग जैसे पहलुओं पर विशेष ध्यान केंद्रित करता है जिससे लोग आने में सहज महसूस करें और व्यवसायों को स्थापित करना आसान हो, दुबई को रहने के लिए सबसे अच्छे शहर के रूप में प्रचारित किया जाए, एफडीआई को बढ़ावा देने, टेक कंपनियों को न्योता देने, अमीरात एयरलाइंस के माध्यम से कनेक्टिविटी में सुधार और बुनियादी ढांचे का विकास हो। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि दुबई भी क्रिप्टो करंसी को लेकर तमाम विकल्पों पर विचार कर रहा है। हालांकि यह अभी जोखिम भरा और कानूनी रूप से वैध नहीं है।
काजिम ने इस बात पर जोर दिया कि भारत में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। भारत अपने प्रमुख शहरों/राज्यों के अनोखे पहलुओं का उपयोग करते हुए उनकी विशेषताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकता है। इसके साथ ही भारत की आईटी प्रतिभा वैश्विक उद्योग को लाभान्वित करती है, जिसे सामर्थ्य के रूप में बढ़ावा दिया जा सकता है। अनुराग ठाकुर ने पर्यटन और मीडिया व मनोरंजन क्षेत्र में सहयोग के अवसरों पर चर्चा करने के लिए काजिम को भारत आने का निमंत्रण दिया।