जानिए प्रथ्वी छोड़ चांद पर पहली बार अंकुरित हुए कपास के बीज …

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आज के समय में वैज्ञानिकों ने ऐसी तकनीकों व उपकरणों की खोज की है। जो मानव के लिए काफी हद तक कारगर व उपयोगी सिध्द होती हैं। चाहे वो कृषि उपकरण हो या चिकित्सा के क्षेत्र की बात सभी में आज के वैज्ञानिक ने एक बड़ी कामयावी हांसिल की है।

तो आज आपको बताएंगे कि पहली बार चांद पर कोई पौधा उगाया गया है चांद पर भेजे गए चीन के रोवर पर कपास के बीज के अंकुरित होने के बाद पहली बार हमारी दुनिया से बाहर चांद पर कोई पौधा पनप रहा है।

चोंगकिंग विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने वायु, जल एवं मिट्टी युक्त 18 सेंटीमीटर का एक बाल्टीनुमा डिब्बा भेजा था। इसके भीतर कपास, आलू एवं सरसों प्रजाति के एक एक पौधे के बीज के साथ-साथ फ्रूट फ्लाई के अंडे एवं ईस्ट भेजे गए।

विश्वविद्यालय ने बताया कि अंतरिक्षयान से भेजी गई तस्वीरों में देखा गया कि कपास के अंकुर बढ़िया से विकसित हो रहे हैं लेकिन अब तक अन्य पौधों के बीजों के अंकुरित होने की खबर नहीं है। चीन के नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा है कि चैंगे-4 मिशन ने कपास का पौधा उगाने में सफलता हासिल की है।

अंतरिक्ष रिसर्च के क्षेत्र में ये एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। चैंगे-4 पहला ऐसा मिशन है। जो चंद्रमा के दूरस्थ स्थलों का जायजा लिया वे जगहें जो धरती से काफी दूरी पर हैं। चैंगे-4 मिशन 3 जनवरी को चंद्रमा पर पहुंचा था।

इसका उद्देश्य चंद्रमा की भौगोलिक स्थिति का अध्ययन करना था। इससे पहले इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पौधा उगाया गया था। लेकिन चंद्रमा पर नहीं इस सफलता के बाद आने वाले दिनों में लंबे स्पेस मिशन के दौरान साइंटिस्ट पौधे उगाने की और कोशिशें करेंगे।

भविष्य में अंतरिक्ष में अपने लिए खाना उगाने में सक्षम हो सकते हैं। इससे सप्लाई के लिए जल्दी धरती पर वापस आने की जरूरत खत्म हो सकती है। और चांद पर लंबे समय तक रुका जा सकता है।