पूर्वी दिल्ली में फिर शुरू हुई सीलिंग, अब बूचड़खानों पर लगा ताला

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पूर्वी निगम के शाहदरा नॉर्थ जोन में अवैध रूप से चल रहे दो बूचड़खानों को पूर्वी निगम ने सील कर दिया। एक बूचड़खाने से चार जिंदा भैंसें व 14 भैसों का मांस बरामद कर वेटनरी विभाग ने भैंसों को निगम के तिमारपुर फाटक भेज दिया। साथ ही वेटनरी विभाग ने इन दोनों बूचड़खानों पर 42 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है। मौके पर वेटनरी विभाग के इंस्पेक्टर पुनीत शर्मा, जयप्रकाश के अलावा एमआईटी हेमंत शर्मा मौजूद थे।वेटनरी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि दो थानों की पुलिस से सूचना मिली थी कि, नॉर्थ घोंडा स्थित सुभाष मोहल्ला और नाला रोड मुस्तफाबाद में अवैध रूप से बूचड़खाना चल रहा है, जहां पशु काटे जा रहे हैं।
सूचना मिलने के बाद निगम अधिकारी पुलिस बल के साथ नॉर्थ घोंडा के सुभाष मोहल्ला के मकान नंबर डी.14/88, खसरा नंबर 532ए गली नंबर.13 पर पहुंचे। छापे के दौरान पाया कि ग्राउंड फ्लोर पर बने इस अवैध बूचड़खाने में 11 भैंसें कटी मिली। अवैध रूप से चल रहे इस बूचड़खाने में पड़े सभी अवशेषों को निकालकर इसे सील कर दिया।वेटनरी विभाग के अधिकारियों ने मुस्तफाबाद, दयालपुर में भी पुलिस के साथ मिलकर छापा मारा, जहां चार जिंदा भैंसों के साथ-साथ तीन के कटे अवशेष भी बरामद किए गए, और बूचड़खानों को सील कर दिया गया है।
बता दे कि, शाहदरा नॉर्थ जोन की साप्ताहिक बैठक में नेहरू विहार के पार्षद ताहिर हुसैन अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों व मीट की दुकानों को लेकर कई बार आवाज उठा चुके हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वेटनरी विभाग के इंस्पेक्टर व अधिकारी हरकत में आए हैं।
इससे कुछ दिनों पहले भी गोकुलपुर इलाके में वेटनरी विभाग के अधिकारियों ने अवैध रूप से चल रही डेयरी को सील किया गया था। जिसके बाद से सीलिंग को लेकर राजनीति भी गरमा गई थी, कयोकि प्रदेश भाजपाध्यक्ष व उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने सील तोड़ दी थी।