छठ पूजा विशेष: तो इसलिए की जाती है छठ मैया की पूजा?

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छठ पूजा प्रकृति से जुड़ने और प्रकृति के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त कहने का महापर्व है इसलिए इस पर्व पर घाटों का बहुत महत्व है। कार्तिक मास की षष्टी को देशभर में धूमधाम से छठ मनाई जाती है। षष्ट मईया को ही आम बोलचाल की भाषा में छठ मईया कहा जाता है। गुरुवार से छठ मईया का पर्व शुरु हो चुका है जो 3 नवबंर को अर्ध्य के साथ समाप्त होगा।

शुभ मुहूर्त

पूजा का शुभ मुहूर्त 2 नवंबर सुबह 6 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 36 मिनट तक का है।

छठ पूजा का महत्व

छठ पूजा का महत्व वैदिक काल से है। वैदिक काल में ऋृषि, मुनि इस पर्व पर खाद्य पदार्थ का सेवन छोड़कर सीधा सूर्य से ऊर्जा प्राप्त करते थे। सूर्य से खासकर सूर्यादय की किरणों से मनुष्य को विटामिन डी मिलता है। साथ ही मान्यताओं के अनुसार छठ मइया का व्रत रखने से निसंतान दंपत्ति को संतान की प्राप्ति होती है।

तो इसलिए की जाती है छठ मईया की पूजा?

पुराणों में छठ मईया को सूर्य देव की बहन बताया गया है। इसलिए इस दिन छठ मईया के साथ-साथ सूर्य की भी पूजा की जाती है। छठ पर्व पर पहले सूर्य को जल अर्पण करकर फिर छठ मईया की पूजा की जाती है।