प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल 2019 के पहले दिन यानी मंगलवार को न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में राम मंदिर पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि पहले इस मामले में अदालत की सुनवाई खत्म होने दें उसके बाद अध्यादेश पर विचार किया जाएगा।
अब उनके इस बयान पर शिवसेना ने बड़ा हमला बोला है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि हम यह नहीं चाहते कि प्रधानमंत्री हमें बताएं कि मामला कोर्ट में है।
संजय राउत ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री को यहीं बताना था कि मामला कोर्ट में है तो फिर राम मंदिर के लिए आंदोलन की क्या जरूरत थी? कारसेवक शहीद हुए. मुंबई में बम ब्लास्ट हुआ, दंगे हुए, यह राम मंदिर के नाम पर नरसंहार था, उन्होंने पूछा कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है? राउत ने कहा कि आपने इस मुद्दे पर सरकार बनाई, इसको भूलिए मत।