उमा भारती ने उद्दव ठाकरे को लिखी चिठ्ठी , दोषियों को सज़ा देने की मांग की।

1

महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की पीट-पीटकर हत्या का मामला उलझता जा रहा है। चौतरफा घिरी उद्धव ठाकरे सरकार पर अब मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की फायर ब्रांड नेता रहीं उमा भारती ने दवाब डाला है। उमा भारती ने Uddhav Thackeray को तल्ख अंदाज में चिट्ठी लिखी है। उमा ने लिखा है कि यदि Uddhav Thackeray ने दोषियों और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की तो इस पाप के भागीदार वे स्वयं भी होंगे।

बता दें, Palghar में 17 अप्रैल की रात भीड़ ने कार में सवार होकर मुंबई से सूरत जा रहे साधुओं को बच्चा चोर समझकर हत्या कर दी थी। पढ़िए उमा भारती की पूरी चिट्ठी – आदरणीय उद्धव जी, आप एक महान पिता की संतान हैं और आप स्वयं भी साधुओं का सम्मान करने वाले व्यक्ति हैं। पालघर, महाराष्ट्र में जो भीड़ द्वारा महान साधुओं की हत्या हुई है, यह कानून की दृष्टि में जघन्य अपराध और धर्म की दृष्टि से महापाप है।

आप महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं। आपने स्वयं यह कृत्य नहीं किया है किंतु आपके द्वारा शासित राज्य में यह जघन्य कृत्य हुआ है। इसलिए इसमें सभी दोषियों को दंडित करना होगा। जिन पुलिसकर्मियों के हाथ पकड़कर वह असहाय साधु जीवन रक्षा की गुहार लगा रहे थे, उन पुलिसकर्मियों ने उन्हें बचाने के बजाए भीड़ के हवाले कर दिया एवं वह स्वयं को छुड़ाकर अलग हो गए। वह पुलिसकर्मी भी हत्यारोपी हैं उन पर भी 302 ही दर्ज होना चाहिए।

यदि वह चाहते तो हवा में फायर करके उन साधुओं को बचा सकते थे। मेरा अनुरोध है कि आपको उन समस्त पुलिस सहित हत्यारों को कठोर दंड देना ही होगा, अन्यथा आप स्वयं भी इस पाप के भागीदार होंगे। मैं आज प्रायश्चित के लिए भोपाल में अपने आवास में ही उपवास कर रही हूं तथा मैंने साधु समाज से अभी अपने-अपने स्थान पर रहते हुए एक दिन का उपवास करने की अपील की है।

आपसे भी अपेक्षा करती हूं कि अपराधियों पर कठोरतम कार्यवाही आपका प्रायश्चित होगा। जब भी लॉकडाउन खत्म होगा, मैं उस स्थान पर अवश्य जाऊंगी तथा थोड़ी देर वहां रहकर निर्दयता से मारे गए उन साधुओं के लिए भी प्रार्थना करूंगी तथा उनसे अपने देश एवं समाज के लिए क्षमा मांगूंगी। मैं आप जैसे संवेदनशील व्यक्ति से आपके राज्य में हुए इस महापातक के लिए कठोर कार्यवाही का आग्रह करती हूं एवं आप पर विश्वास करती हूं कि आप ऐसी ही करेंगे।