बॉलीवुड इंडस्ट्री में आज भी लोग मां के किरदार के लिए जिस एक्ट्रेस को याद करते हैं। वो है निरूपा रॉय,जिनका आज जन्मदिन है। निरूपा रॉय ने मां के किरदार को दुनियाभर में बुलंद तरीके से पेश किया। उनके निभाए हुए मां के किरदार ने लोगों के सामने उनकी इमेज को बॉलीवुड की मां के तौर पर घोषित कर दिया। वैसे निरूपा जी ने अपने करिय के शुरूआत में ग्लैमर्स रोल किए। लेकिन उन्हे बॉलीवुड में पहचान मिली मां का किरदार निभाने से। निरूपा जी का जन्म गुजरात में हुआ, 15 साल की उम्र में उनकी शादी कमल रॉय से हो गई। जिसके बाद वह अपने पति के साथ मुबंई आ गईं। निरूपा जी ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत 17 साल की उम्र से की थी।
वैसे तो निरूपा जी को ये नाम फिल्मी जगत में कदम रखने की वजह से रखना पड़ा। लेकिन असल में उनका नाम कोकिला किशोरचंद्र बुलसारा है। हिंदी फिल्मों से पहले निरूपा जी ने अपने करियर की शुरूआत गुजराती फिल्म से की। ये एक धार्मिक फिल्म थी। जिसका नाम ‘रनकदेवी’ था। इस फिल्म के रिलीज के बाद लोग उन्हे सचमुच की देवी मानने लगे, उनके घर जाते, पैर छुते और भजन गाते थे। इसके बाद हिंदी सिनेमा के एक निर्माता नई हिरोइन की तलाश में थे। मैग्जीन में लगी निरूपा जी की तस्वीर उन्हे पसंद आ गई, और फिर क्या था बातचीत के बाद फिल्म की तैयारी शुरू हुई।
हिंदी सिनेमा में उनकी पहली फिल्म आई ‘अमर राज’ इस फिल्म को लोगों और क्रिटिक्स द्वारा काफी पसंद किया गया। इसके बाद ‘दो बीघा जमीन’, ‘राम जन्मा’ , ‘ दुर्गा पूजा’ , ‘चक्रधारी’ और कई फिल्मों में काम किया। इन फिल्मों में ग्लैमर लुक को टक्कर देने के बाद उन्होने मां के किरदार की तरफ रूख किया। उन्होंने 70-80के दशक में मां का किरदार बखूबी निभाया। इतना ही नहीं एक्ट्रेस ने देव आनंद की मां का किरदार भी निभाया है। जबकि दोनों के बीच मात्र 8 साल का फर्क था।
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी निरूपा जी को अपनी मां की तरह मानते थे। अमिताभ कभी भी एक्ट्रेस के पैर छुने से पीछे नहीं हटते थे। एक्ट्रेस की पर्सनल लाइफ भी काफी सुर्खियों में रही। जब उनके छोटे बेटे की पत्नी ने उन पर ,उनके पति और बड़े बेटे पर घरेलू हिंसा की आरोप लगाया, मामला इतना बढ़ा कि जेल जानें तक की नौबत आ गई थी। साल 2004 में एक्ट्रेस को लाइफटाइम अचिवमेंट अवॉर्ड दिया गया। वहीं उसी साल यानी 2004 में 13 अक्टूबर को हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हो गया।