धन्यवाद प्रधानमंत्री मोदी, “नमामि देवी नर्मदे” सिर्फ वादे नहीं, पक्के इरादे! कच्छ की जनता के जीवन की सबसे बड़ी सौगात

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गुजरात के कच्छ के मांडवी में लोगों के लिए उस वक्त खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब वहां नर्मदा जिले से कैनाल के जरिए पानी पहुंचाया गया. जब नर्मदा जिले से 750 किलोमीटर की कैनाल के जरिए नर्मदा का पानी कच्छ के मांडवी के मोडकुबा तक पहुंचा तो लोगों ने पूजा अर्चना की. लोगों ने जश्न मनाए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज कच्छ के रायन गांव के सैकड़ों ग्रामीणों का आशीर्वाद मिला है. नर्मदा नदी का पवित्र जल सरदार सरोवर बांध से लगभग 750 किलोमीटर की यात्रा करके कच्छ के दूर के गांव तक पहुंचा है। आजादी के बाद 75 साल तक भारत के कुछ हिस्से ऐसे रहे हैं जहां पीने का पानी एक विलासिता है।

बतादे की कच्छ को वैसे तो बंजर जमीन का शहर कहा जाता है. यहां लोगों को पानी की बूंद बूंद के लिए लोग कई किलोमीटर का सफर करते हैं. लेकिन बुधवार को यहां नर्मदा नहर के जरिए पानी मोडकुबा पहुंचाया गया. पानी पहुंचने पर लोगों ने जश्न मनाया।

जवान, बूढ़े- सभी नर्मदा के जल का स्वागत करने आए हैं। आधी रात के बाद ग्रामीण पटाखों से मां नर्मदा का स्वागत किया गया। हर कोई जय-जयकार कर रहा है, कच्छ के लोगों का कहना है की उनके लिए नदी देवी है, जिस मां की पूजा की जाती है। “हम देवी का स्वागत कर रहे हैं”, “हम किसान हैं, नर्मदा  का पानी हम तक पहुंचकर हमें खुशी है।” “वाह, सरकार, वाह मोदी,” वे कहते हैं।

बीजेपी के सभी नेताओ ने कच्छ में नर्मदा नदी का पानी पहुंचने पर पीएम मोदी की सराहना की।

नरेंद्र मोदी ने बतौर सीएम देखा था ये सपना

गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में, नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2012 में सौराष्ट्र नर्मदा अवतार सिंचाई (SAUNI) योजना शुरू की। गुजराती में SAUNI शब्द का अर्थ है “हर कोई”। नर्मदा नदी के पानी को कच्छ तक पहुंचाने का यह सपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर देखा था। 2017 के चुनाव से पहले कच्छ के अंदर नर्मदा के पानी को पहुंचाने के लिए एक बड़ा पंपिंग स्टेशन भी बनाया गया था, ताकि भौगोलिक तौर पर कच्छ का इलाका जो ऊंचाई पर है, वहां तक पानी पहुंचाया जा सके.

सीएम भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट कर दी थी जानकारी

जब कच्छ के मोडकुबा में पानी पहुंचा तो मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट कर कहा,  कच्छ के मोडकुबा और भुजपुर कैनाल में नर्मदा मैया का जल पहुंचने से यहां के स्थानीय लोगों ने उसका स्वागत किया है, नर्मदा का जल कच्छ की सूखी धरती तक पहुंचा है. इसे पहुंचाने के लिए भागीरथ का काम करने वाले नरेंद्र भाई के संकल्प से ये कार्य पूरा हुआ है. यह सिर्फ पानी नहीं है कई परिवारों की सुख और समृद्ध जीवन की सौगात है.