बॉलीवुड की दबंग गर्ल सोनाक्षी सिंहा एक नए कंटेंट लेकर मौजूद हैं। ये फिल्म सेक्स को लेकर हमारे समाज में बहुत बड़ा टैबू पर बेस्ड है। इस शब्द का सार्वजनिक जिक्र भर से तमाम संकोच में पद जाते हैं। क्योंकि हमारे समाज में सेक्स एजुकेशन का अभाव है। यही वजह है कि गुप्त रोग जो नेचुरल है, फिर भी इसे खुलकर स्वीकार करने और उसका इलाज कराने में झिझकते हैं।
बॉलीवुड ने पिछले कुछ समय से झिझकना बंद कर दिया है. जिन मुद्दों पर ज्यादा बात नहीं होतीं, अधिकांश आबादी के बीच टैबू हैं, ऐसे मुद्दों पर फिल्में बननी शुरू हो गई हैं। विक्की डोनर, शुभ मंगल सावधान, पैड मैन और टॉयलेट एक प्रेम कथा जैसी फिल्में इसका उदाहरण हैं। अब इस कड़ी में सोनाक्षी सिन्हा की नई फिल्म खानदानी शफाखाना भी शुमार हो गई है।
ये फिल्म सेक्स संबंधित बीमारियों को दबा कर रखने और किसी के सामने खुल के ना बता पाने, डॉक्टर के पास जाने से हिचकने वाले लोगों को लेकर है। कई दफा सेक्स के दौरान लोगों को तरह तरह की परेशानियां होती हैं जो आम है। ये किसी के साथ भी हो सकता है. जब ये आम है तो इस बारे में बात करना सामान्य क्यों नहीं है? ये सवाल फिल्म के माध्यम से पूछा गया है।