
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन (17 सितंबर) के अवसर पर नमो ऐप पर वॉलंटियर्स ने एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। इस डिजिटल वॉलंटियरिंग पहल को ‘सेवा पर्व 2025’ नाम दिया गया है, जो 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक चलेगा। इस अभियान का उद्देश्य प्रधानमंत्री मोदी की सेवा भावना और राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानने वाली सोच को सम्मान देना है।
सेवा पर्व 2025 के दौरान लोगों को सामाजिक जिम्मेदारी और सेवा भाव से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अभियान में 15 प्रकार की सेवाकार्य गतिविधियाँ शामिल हैं—जैसे पौधारोपण करना, रक्तदान करना, स्वच्छता अभियान चलाना और समाजोपयोगी कार्यों में भागीदारी करना। प्रतिभागियों से अपील की गई है कि वे अपने कार्य की फोटो नमो ऐप पर अपलोड करें। सक्रिय प्रतिभागियों को ‘सेवा लीडरबोर्ड’ पर जगह मिलेगी और उन्हें डिजिटल सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा।
अभियान का गाइडिंग मंत्र है—‘सेवा ही संकल्प, राष्ट्रप्रथम ही प्रेरणा’। इसी सोच को ध्यान में रखकर ऐप पर विभिन्न इंटरएक्टिव फीचर्स जोड़े गए हैं।
नमो ऐप पर क्या-क्या है खास?
वर्चुअल एग्जीबिशन: इसमें प्रधानमंत्री मोदी के बचपन से लेकर उनके राजनीतिक जीवन और नेतृत्व तक की यात्रा को प्रदर्शित किया गया है। वीडियो, कहानियाँ और फोटोबूथ के माध्यम से लोग पीएम मोदी के साथ वर्चुअल सेल्फी ले सकते हैं।
AI शुभकामना रील: लोग अपना नाम, पेशा और सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी दर्ज कर पीएम मोदी के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित डिजिटल वीडियो संदेश बना सकते हैं।
‘Know Your NAMO’ क्विज: इसमें मोदी के जीवन और कार्यों पर आधारित 10 सवाल पूछे जाते हैं। सही उत्तर देने वाले प्रतिभागियों को स्कोर और डिजिटल सर्टिफिकेट मिलेगा।
‘मैं भी मोदी’ एक्टिविटी: लोग सेवा कार्य करते हुए अपनी सेल्फी अपलोड कर सकते हैं। इन तस्वीरों को जोड़कर एक बड़ा डिजिटल चित्र बनाया जाएगा, जो सेवा के माध्यम से एकता का प्रतीक होगा।
नमो ऐप पर ‘नमो बुक कलेक्शन’ और ‘नमो मर्चेंडाइज’ सेक्शन भी जोड़े गए हैं। यहां से लोग प्रधानमंत्री मोदी की जीवन यात्रा पर लिखी किताबें खरीद सकते हैं या दूसरों को उपहार दे सकते हैं। साथ ही, टी-शर्ट, कैप और मग जैसी वस्तुएं भी उपलब्ध कराई गई हैं।
पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि सेवा पर्व केवल एक डिजिटल अभियान नहीं, बल्कि नागरिकों को राष्ट्र निर्माण में सेवा और सहयोग की भावना से जोड़ने का प्रयास है। उम्मीद की जा रही है कि लाखों लोग इस 15 दिवसीय कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे और सेवा कार्यों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर साझा करेंगे।













