
उत्तराखंड में इस वर्ष की चारधाम यात्रा को लेकर सुरक्षा और यातायात प्रबंधन की अभूतपूर्व तैयारियां की गई हैं। श्रद्धालुओं की सुविधाओं और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, यात्रा मार्ग को पहली बार सुपर 15 जोन, 41 जोन और 137 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। हर सेक्टर की सीमा लगभग 10 किलोमीटर तय की गई है, जहां 24 घंटे पुलिस बल की तैनाती रहेगी।
यात्रा मार्ग पर 6000 से अधिक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को संभालेंगे। इस बार सबसे अहम पहल यह है कि रेंज कार्यालय में पहली बार एक अत्याधुनिक कंट्रोल रूम की स्थापना की जा रही है, जिसकी कमान एसपी ट्रैफिक देहरादून लोकजीत सिंह संभालेंगे।
चारधाम यात्रा 2025 के नोडल अधिकारी के रूप में आईजी गढ़वाल रेंज राजीव स्वरूप को नियुक्त किया गया है। उन्होंने शुक्रवार को यातायात निदेशक एनएस नपलच्याल के साथ एक संयुक्त पत्रकार वार्ता में यात्रा की तैयारियों की जानकारी दी।
राजीव स्वरूप ने बताया कि वे सुरक्षा व्यवस्था, यातायात नियंत्रण, भीड़ प्रबंधन और आपदा से निपटने की तैयारियों की खुद निगरानी करेंगे। रेंज कार्यालय में बनने वाले कंट्रोल रूम में एक डीएसपी, दो इंस्पेक्टर, चार एसआई, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल 24 घंटे कार्यरत रहेंगे। इसके साथ ही अन्य विभागों के साथ तालमेल के लिए एक विशेष समन्वय डेस्क भी स्थापित की जाएगी। कंट्रोल रूम को आगामी पांच दिनों में पूरी तरह सक्रिय कर दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, पुलिस मुख्यालय स्तर पर डीआईजी कानून व्यवस्था धीरेंद्र गुंज्याल के नेतृत्व में एक अलग चारधाम सेल का गठन किया जाएगा, जो यात्रा से जुड़ी सभी सूचनाओं को एकत्र करेगा और तेजी से कार्रवाई सुनिश्चित करेगा।
चारधाम यात्रा-2025 को सुरक्षित, सुगम और सुव्यवस्थित बनाने के लिए यह तैयारियां राज्य सरकार और पुलिस विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे यात्रा के दौरान प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी समस्या की स्थिति में हेल्पलाइन या नजदीकी कंट्रोल रूम से संपर्क करें।