पासपोर्ट सेवा में क्रांतिकारी बदलाव, विदेश मंत्री ने लॉन्च की पासपर्ट सेवा 2.0

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देश में डिजिटल बदलाव की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने पासपोर्ट सेवा 2.0 और ई-पासपोर्ट की शुरुआत कर दी है। 24 जून को 13वें पासपोर्ट सेवा दिवस के अवसर पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इसे औपचारिक रूप से लॉन्च किया। यह कदम पासपोर्ट प्रक्रिया को तेज, सुरक्षित और अधिक पारदर्शी बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।

कुछ साल पहले तक पासपोर्ट केवल विदेश यात्रा करने वाले लोगों तक सीमित था, लेकिन अब यह पहचान पत्र और निवास प्रमाण पत्र के रूप में भी व्यापक रूप से उपयोग में आ रहा है। इसी बढ़ती आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पासपोर्ट सिस्टम को पूरी तरह से आधुनिक बनाने की दिशा में यह पहल की है।

ई-पासपोर्ट एक अत्याधुनिक डिजिटल पासपोर्ट है, जिसमें एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी होती है। यह चिप पासपोर्ट धारक की पर्सनल और बायोमैट्रिक जानकारी को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करती है। यह पासपोर्ट टेंपर-प्रूफ है, यानी इसमें किसी तरह की छेड़छाड़ संभव नहीं है।

विदेश यात्रा में यह पासपोर्ट बेहद सहायक साबित होगा क्योंकि इससे एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच में लगने वाला समय घटेगा और इंटरनेशनल ट्रैवल आसान हो जाएगा।

ई-पासपोर्ट को ICAO (International Civil Aviation Organization) के मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है, जिससे यह पूरी दुनिया में मान्य होगा।

पासपोर्ट प्रक्रिया में अब तक सबसे अधिक समय पुलिस वेरिफिकेशन में लगता था, खासकर दूर-दराज के क्षेत्रों में। इसे सरल और तेज़ बनाने के लिए सरकार ने mPassport Police App लॉन्च किया है। इस ऐप की मदद से अब वेरिफिकेशन सिर्फ 5-7 दिनों में पूरा किया जा सकेगा। यह बदलाव पासपोर्ट आवेदकों के लिए बड़ी राहत है।

पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया अब बेहद आसान

सरकारी वेबसाइट passportindia.gov.in पर जाएं।

पहली बार उपयोग कर रहे हैं तो नाम, जन्मतिथि और मोबाइल नंबर डालकर रजिस्ट्रेशन करें।

पोर्टल में लॉग इन कर ई-पासपोर्ट के विकल्प को चुनें।

आवश्यक व्यक्तिगत जानकारी और यात्रा इतिहास भरें।

पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) या पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) में से किसी एक को चुनें।

शुल्क का भुगतान UPI, क्रेडिट/डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग से करें।

अपनी सुविधा अनुसार अपॉइंटमेंट स्लॉट बुक करें।

तय तारीख पर PSK या POPSK जाएं और सभी जरूरी दस्तावेज़ साथ ले जाएं।

बायोमैट्रिक प्रक्रिया के बाद आपका पासपोर्ट कुछ ही दिनों में डाक के माध्यम से घर पहुंच जाएगा।

डिजिटल इंडिया की दिशा में बड़ा कदम

ई-पासपोर्ट और पासपोर्ट सेवा 2.0 जैसे बदलाव ‘डिजिटल इंडिया’ अभियान को मजबूती देते हैं। इससे न केवल प्रक्रिया सरल बनी है, बल्कि लोगों का समय और ऊर्जा दोनों बच रहे हैं। बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों के बीच डेटा की सुरक्षा को ध्यान में रखकर तैयार की गई यह व्यवस्था भविष्य की जरूरतों के अनुरूप है।

सरकार की यह पहल साबित करती है कि तकनीक और प्रशासन के मेल से नागरिक सेवाओं को कितनी प्रभावी और जनहितकारी बनाया जा सकता है।