मुजफ्फराबाद: पाकिस्तान के गुलाम कश्मीर के निवासियों ने स्थानीय प्रशासन के जुल्म से निजात दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से गुहार लगाई है। पाकिस्तानी सरकार और सेना की सरपरस्ती में पीओके आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाह बन गई है जबकि स्थानीय नागरिकों को आए दिन पाकिस्तानी हुकूमत परेशान करती रहती है. इस बीच सोशल मीडिया पर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में रहने वाले एक शख्स का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मलिक वसीम नाम के इस शख्स ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है.
भारत की ओर मदद की आस लगाए देखने वाले मलिक वसीम और उसके बीवी-बच्चों को पीओके प्रशासन ने उनके घर से बाहर निकाल दिया है। अब इस कड़ाके की ठंड में पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे ठिठुरने को मजबूर है। वायरल हो चुके एक वीडियो में मलिक वसीम को भारत से मदद मांगते देखा जा सकता है।
ट्विटर पर मौजूद इस वीडियो में मुजफ्फराबाद के रहने वाले मलिक वसीम यह कह रहा है कि नरेंद्र मोदी आओ और हमें इस जुल्म से निजात दिलाओ. दरअसल इस शख्स ने कहा कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने हमारे घर को सील कर दिया है और हमें मकान से बेदखल कर दिया. मेरे बच्चे और परिवार के बाकी बारिश में सड़कों पर बैठे हैं.
इस शख्स ने कहा कि अगर मेरे साथ कुछ गलत होता है तो इसके जिम्मेदार मुजफ्फराबाद के कमिश्नर और तहसीलदार होंगे. पुलिस को हमारा घर अनलॉक करना चाहिए. मैं हिन्दुस्तान के पीएम नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं कि वे इन लोगों को सबक सिखाएं.
मलिक वसीम ने कहा कि नरेंद्र मोदी हमें पाकिस्तानी सरकार और प्रशासन के इन अत्याचारों से बचाएं. इस इलाके में मौजूद ज्यादातर संपत्ति हिन्दुस्तान से ताल्लुक रखने वाले लोगों और सिखों की है. बता दें कि पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानी सेना और सरकार की ओर से स्थानीय नागरिकों पर होने वाले जुल्म कोई नई बात नहीं है. भारत ने लगातार अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर यह बात दोहराई है.
वहीं भारतीय सेना भी यह कहती हुई आई है कि पीओके में आतंकियों को ट्रेनिंग और पनाह दी जाती है और बाद में इन दहश्तगर्दों को कश्मीर में हिंसा फैलाने के लिए भेजा जाता है. पाकिस्तानी सेना LoC पर घुसपैठ के जरिए इन आतंकियों को कश्मीर में दाखिल कराती है. हालांकि पिछले कुछ सालों में सेना ने घुसपैठ की वारदातों पर कड़ी कार्रवाई की है और कई आतंकियों को मार गिराया है.