रिलायंस भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर कंपनी है। ये अभी हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्शन, पेट्रोलियम रिफाइनिंग और मार्केटिंग, पेट्रोकेमिकल्स, एडवांस मटेरियल और कंपोजिट, रिन्यूएबल एनर्जी, डिजिटल सर्विस और रिटेल सेक्टर में काम करती है।
दिग्गज अमेरिकी सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी कंपनी एनवीडियाने भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसइंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ साझेदारी की है। इस महत्वपूर्ण घोषणा का ऐलान एनवीडिया एआई समिट 2024 में हुआ, जो पहली बार भारत में आयोजित किया जा रहा है। समिट के दौरान, एनवीडिया के सीईओ जेनसेन हुआंग ने मुंबई में मुकेश अंबानी के साथ बातचीत करते हुए इस साझेदारी की जानकारी दी।
रिलायंस के चेयरमैन अंबानी ने कहा- मैं एनवीडिया पर उसी तरह अच्छी क्वालिटी वाला एआई इंफ्रास्ट्रक्चर देने के लिए भरोसा कर रहा हूं, जिस तरह जियो ने टेलीकॉम में किया है। पिछले साल सितंबर में, दोनों ने भारत में AI सुपर कंप्यूटर डेवलप करने की बात कही थी।
जेन्सन हुआंग आज मुकेश अंबानी के साथ ‘NVIDIA AI समिट इंडिया’ में शामिल हुए। हुआंग और अंबानी ने यहां एआई और भारत के बारे में बात की। यह इवेंट मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में 23 अक्टूबर को शुरू हुआ है, जो 25 अक्टूबर तक चलेगा।
इवेंट से जुड़ी बड़ी बातें…
1. अंबानी ने NVIDIA की तुलना ज्ञान से की
अंबानी ने कहा- आपको सुनते समय मुझे याद आया कि NVIDIA एक विदेशी नाम है, लेकिन इसका गहरा अर्थ है। हिंदी में “विद्या” शब्द का अनुवाद “ज्ञान” होता है।
जेन्सेन ने कहा कि NVIDIA नाम अच्छी तरह से चुना गया था। हर किसी ने कहा आपको इस नाम से कभी कामयाबी नहीं मिलेगा, लेकिन मुझे पता था कि यह सही था।
2. हुआंग ने अंबानी से पूछा- आपको क्या प्रेरित करता है?
हुआंग ने पूछा- ‘किसी ने भी भारत को आपकी तरह हाईटेक बनने में मदद नहीं की है। मैं जानता हूं कि भारत को डीप टेक बनाने की आपकी गहरी आकांक्षाएं हैं। आपको क्या प्रेरित करता है?’
अंबानी ने कहा- ‘हम हिंदी में सर्वश्रेष्ठ LLM बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा पहला सिद्धांत यह है कि आप नॉलेज रिवॉल्यूशन के संदर्भ में क्या कर रहे हैं और इसे इंटेलिजेंस रिवॉल्यूशन में परिवर्तित कर रहे हैं। हम इंटेलिजेंस एज के द्वार पर हैं।
3. भविष्य में AI का निर्यात करेगा भारत
जेन्सेन ने कहा, ‘भारत सॉफ्टवेयर का निर्यात करता रहा है। भविष्य में भारत AI का निर्यात करेगा। अगली पीढ़ी AI की डिलीवरी पर फोकस होगी। ये बुनियादी अंतर आएगा।
जेन्सेन का मानना है कि AI का प्रोडक्शन नई औद्योगिक क्रांति साबित होगी और भविष्य में एक नई इंडस्ट्री उभरेगी, जिसका नाम ‘इंटेलीजेंस प्रोडक्शन’ होगा।
4. हुआंग बोले- भारत को अपना खुद का AI बनाए चाहिए
भारत के लिए यह एक बेहतरीन अवसर है कि यहां बड़ी आबादी है, विशेष रूप से कंप्यूटर इंजीनियर्स की बड़ी संख्या। भारत के लिए यह एक एक्सट्राऑर्डिनरी समय है।
यह समय की जरूरत है कि भारत को अपना खुद का AI बनाए चाहिए। आपको इंटेलिजेंस इंपोर्ट करने के लिए डेटा एक्सपोर्ट करने की जरूरत नहीं है।
5. मुझे नहीं पता AI से नौकरियों पर क्या असर होगा- हुआंग
मुझे बिल्कुल पता नहीं है कि AI से नौकरियों पर क्या असर होगा। लेकिन जो लोग 20%-50% ऑटोमेट करने के लिए AI का उपयोग कर रहे हैं, वे आपकी नौकरी छीन सकते हैं।
काफी समय से मैं उम्मीद कर रहा हूं कि मनुष्यों के पास उनके पर्सनल AI असिस्टेंस और पार्टनर होगा जो उनके लिए जरूरी चीजों का ख्याल रखेगा
दुनिया की सबसे वैल्युएबल सेमीकंडक्टर फर्म है एनवीडिया
एनवीडिया दुनिया की सबसे वैल्युएबल सेमीकंडक्टर फर्म है। NVIDIA के भारत में चार इंजीनियरिंग डेवलपमेंट सेंटर हैं। ये हैदराबाद, पुणे, गुरुग्राम और बेंगलुरु में स्थित हैं। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, एनवीडिया अपने AI एक्सेलरेटर को अपग्रेड करने की योजना बना रही है।
GPU को डिजाइन और मैन्युफैक्चर करती है एनवीडिया
एनवीडिया एक टेक्नोलॉजी कंपनी है, जो ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) के डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग के लिए जानी जाती है। 1993 में जेन्सेन हुआंग, कर्टिस प्रीम और क्रिस मालाचोव्स्की ने इसकी स्थापना की थी। इसका मुख्यालय कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में है।
एनवीडिया गेमिंग, क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग और प्रोफेशनल एप्लिकेशन्स के लिए चिप को डिजाइन और मैन्युफैक्चर करती है। इसके साथ-साथ व्हीकल्स, रोबोटिक्स और अन्य उपकरणों में भी उसके चिप सिस्टम का इस्तेमाल होता है।