हेमकुंड साहिब यात्रा की तैयारियाँ अंतिम चरण में, 25 मई को खुलेंगे कपाट

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सिख श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब की यात्रा की तैयारियाँ अंतिम चरण में पहुँच गई हैं। सेना की ओर से हेमकुंड साहिब के तीन किलोमीटर लंबे आस्था पथ से बर्फ हटा दी गई है। अब केवल लगभग 150 मीटर मार्ग पर बर्फ हटाने का कार्य शेष रह गया है। गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने जानकारी दी कि मंगलवार तक रास्ता पूरी तरह सुचारु हो जाएगा।

फूलों से सजेगा हेमकुंड साहिब

हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे को सात कुंतल गेंदे के फूलों से सजाया जाएगा। यह फूल गोविंदघाट पहुंच चुके हैं और सजावट का कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट की ओर से गोविंदघाट, ज्योतिर्मठ, घांघरिया और हेमकुंड साहिब गुरुद्वारों में जून माह तक के लिए भंडारे का खाद्यान्न भी स्टोर कर लिया गया है।

हेली टिकटों की बुकिंग शुरू

हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए हेली सेवा की टिकट बुकिंग सोमवार से शुरू हो गई है। पहले दिन 415 टिकटों की बुकिंग की गई। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यू-काडा) ने 25 मई से 22 जून तक की यात्रा के लिए टिकट बुकिंग स्लॉट खोले हैं।

आईआरसीटीसी की वेबसाइट heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से टिकटों की बुकिंग दोपहर 12 बजे से शुरू की गई थी। इस बार पवन हंस एविएशन हेली सेवा का संचालन करेगा, जिसमें गोविंदघाट से घांघरिया तक सेवा उपलब्ध रहेगी। आने-जाने का प्रति यात्री किराया 10,080 रुपये निर्धारित किया गया है।

यू-काडा के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी दयानंद सरस्वती ने जानकारी दी कि हेली सेवा का लाभ उठाने के लिए यात्रा पंजीकरण अनिवार्य है। बिना रजिस्ट्रेशन टिकट बुकिंग नहीं की जा सकेगी।

कपाट 25 मई को होंगे उद्घाटित

हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को विधिवत रूप से श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोले जाएंगे। इससे पहले भारी संख्या में श्रद्धालु गोविंदघाट पहुँच चुके हैं और यात्रा को लेकर उत्साहित हैं। प्रशासन और गुरुद्वारा प्रबंधन यात्रा को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए पूरी तरह सतर्क है।