राकेश टिकैत ने बीजेपी पर साधा निशाना, फिर से कृषि कानूनों पर विचार करे सरकार?
किसान आंदोलन के चलते भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसानों के मसीहा बने फिर राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों के बारे में केंद्र सरकार कुछ सोचना ही नहीं चाहती और हमारे बारे में कोई बात करना चाहती है। आगे उन्होंने कहा कि Cheif Justice of India एनवी रमना ने किसान आंदोलन पर चिंता जाहिर की है। एनवी रमना ने कहा है कि संसद में गुणवत्तापूर्ण बहस की कमी है। अब तो CJI ने भी किसान आंदोलन पर बात की है, केंद्र सरकार को शर्म आनी चाहिए।
राकेश टिकैत ने कहा कि वे समझ नहीं पा रहे कि केंद्र सरकार किसानों के बारे में सोचने से क्यों कतरा रही है और क्यों पिछले साल पास किए गए तीन कृषि कानूनों पर एक बार फिर विचार नहीं करना चाहती। साथ ही भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार तब तक तीनों काले केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द नहीं कर देती और गन्ने की न्यूनतम एमएसपी तय नहीं कर देती, किसान आंदोलन जारी रहेगा।
CJI एनवी रमना ने 15 अगस्त को दिल्ली में किसानों द्वारा की गई तिरंगा रैली का भी जिक्र किया। एनवी रमना ने राजधानी में तिरंगा फहराने के बाद अपने भाषण में कहा कि संसद में कार्यवाही के दौरान मुद्दों पर उचित चर्चा नहीं होती। आगे उन्होंने कहा था कि पूर्व में हर कानून पर विशेष चर्चा की जाती थी, पर अब संसद के बनाए कानूनों में पहले की तरह खुलापन नहीं रहा, संसद के कानूनों में स्पष्टता नहीं रही।