प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी मंगलवार को इंफाल में 4,800 करोड़ रुपये से अधिक की 22 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने मणिपुर और त्रिपुरा के दौरे की शुरुआत आज इंफाल से की है. यहां उन्होंने 4,800 करोड़ रुपये की 22 परियोजनाओं की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने कहा, अब से कुछ दिन बाद 21 जनवरी को मणिपुर को राज्य का दर्जा मिले, 50 साल पूरे हो जाएंगे. देश इस समय अपनी आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव भी मना रहा है. ये समय अपने आप में बहुत बड़ी प्रेरणा है।
पीएम मोदी इस दौरे के दौरान अगरतला में महाराजा बीर बिक्रम हवाईअड्डे पर नई एकीकृत टर्मिनल इमारत का उद्घाटन करेंगे और दो अहम विकास योजनाओं का भी शुभारंभ करेंगे. मणिपुर में पीएम मोदी 1,850 करोड़ रुपये की 13 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और 2,950 करोड़ रुपये की नौ परियोजनाओं की नींव रखेंगे. ये परियोजनाएं सड़क बुनियादी ढांचा, पेयजल आपूर्ति, स्वास्थ्य, शहरी विकास, आवासीय, सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और कला एवं संस्कृति समेत विविध क्षेत्रों से संबंधित हैं।
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले लोग पूर्वोत्तर आना चाहते थे, लेकिन यहां पहुंचेंगे कैसे, ये सोचकर ही रुक जाते थे. इससे यहां के पर्यटन क्षेत्र को बहुत नुकसान होता था. लेकिन अब पूर्वोत्तर के शहर ही नहीं, बल्कि गांवों तक पहुंचना भी आसान हो रहा है. पीएम मोदी ने कहा- मैं जब प्रधानमंत्री नहीं बना था, उससे पहले भी अनेकों बार मणिपुर आया था. मैं जानता था कि आपके दिल में किस बात का दर्द है. इसलिए 2014 के बाद मैं दिल्ली को, भारत सरकार को आपके दरवाजे पर लेकर आ गया।
और कहा हमारी सरकार की सात वर्षों की मेहनत पूरे नॉर्थ ईस्ट में दिख रही है, मणिपुर में दिख रही है. आज मणिपुर बदलाव की एक नई कार्य-संस्कृति का प्रतीक बन रहा है. ये बदलाव हैं. मणिपुर के कल्चर के लिए, केयर के लिए. पीएम मोदी ने कहा आज जिन योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है, उनके साथ ही मैं आज मणिपुर के लोगों का फिर से धन्यवाद भी करूंगा. आपने मणिपुर में ऐसी स्थिर सरकार बनाई जो पूरे बहुमत से, पूरे दमखम से चल रही है. ये आपके एक वोट के कारण हुआ. पीएम ने कहा, देश के लोगों में आजादी का जो विश्वास, यहां मोइरांग की धरती ने पैदा किया वो अपने आप में एक मिसाल है. जहां नेताजी सुभाष की सेना ने पहली बार झंडा फहराया, जिस नॉर्थ ईस्ट को नेताजी ने भारत की स्वतन्त्रता का प्रवेश द्वार कहा, वो नए भारत के सपने पूरे करने का प्रवेश द्वार बन रहा है।