हाल ही में सस्ते हुए Petrol और Diesel पर एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी के बावजूद एक बार फिर से उम्मीद जताई गई है कि आने वाले दिनों में Petrol और Diesel कीमतों में अभी और कटौती हो सकती है। SBI की Ecowrape रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सस्ते होते कच्चे तेल के कारण देश में पेट्रोल व डीजल अपने वर्तमान स्तर के मुकाबले क्रमशः 4.25 रुपए व 3.75 रुपए प्रति लीटर फिसल सकते हैं। हालांकि, सरकार इस पर फिर से एक्साइज ड्यूटी लगा सकती है।
वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के फैलने से कच्चे तेल के दाम में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। कच्चे तेल की कीमत इस वक्त 30 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे आ गई। इसके कारण देश में पेट्रोल और डीजल बी सस्ते हुए थे लेकिन सरकार ने पिछले सप्ताह पेट्रोल व डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में तीन रुपए प्रति लीटर का इजाफा कर दिया।
SBI Ecowrape की रिपोर्ट को लेकर SBI के ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाजर डॉ. सौम्य कांति घोष के मुताबिक सरकार अगर पेट्रोल व डीजल पर लगने वाले एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी नहीं करती तो इनकी कीमतों में 10-12 रुपये प्रति लीटर तक की गिरावट संभव थी। लेकिन अब यह गिरावट पेट्रोल में 4.25 रुपये प्रति लीटर तो डीजल में 3.75 रुपये प्रति लीटर तक संभव हैपिछले पांच दिनों से पेट्रोल के दाम 69.59 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर है।
जनवरी के मुकाबले पेट्रोल के दाम में लगभग 6 रुपए प्रति लीटर तक की कमी आ चुकी है। इस साल एक जनवरी को पेट्रोल का दाम 75.18 रुपए प्रति लीटर था। रिपोर्ट के मुताबिक अभी कच्चे तेल का दाम 27 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर है और वित्त वर्ष 2020-21 की पहली छमाही में इसके आसपास कच्चे तेल के दाम बने रहने पर सरकार एवं खुदरा उपभोक्ता दोनों के लिए राहत की बात होगी।