कांग्रेस नेता कमलनाथ के वायरल हो रहे वीडियो की शिकायत लेकर बुधवार को केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और एसएस आहलूवालिया चुनाव आयोग में पहुंचे। इस वीडियो में कमलनाथ पर धर्म के आधार पर वोट मांगने का आरोप है। इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कमलनाथ पर निशाना साधा।कांग्रेस नेता कमलनाथ के सामने आए एक वीडियो को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस और कमलनाथ को घेरना शुरू कर दिया है. बीजेपी का आरोप है कि कमलनाथ धर्म के आधार पर वोट मांग रहे हैं. बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और एस एस आहलूवालिया चुनाव आयोग से मांग की कि कांग्रेस नेता कमलनाथ और कांग्रेस के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
कमलनाथ के वायरल वीडियो के बारे में बात करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी, भारत और मध्य प्रदेश के खिलाफ सांप्रदायिक राजनीति कर रही है. ये देश को बांटने की राजनीति कर रहे हैं।
मुख़्तार अब्बास नकवी ने शिकायत में कहा कि सांप्रदायिकता और धर्म के नाम पर राजनीति करने का कांग्रेस हिस्ट्रीशीटर रही है। कांग्रेस पार्टी का तो इतिहास धर्म और सांप्रदायिकता के नाम देश को बांटकर राज करने का रहा है।
मध्यप्रदेश के अध्यक्ष कमलनाथ को जो वीडियो सामने आया है उसमें वे मुस्लिमों से अपील कर रहे हैं वो 90 प्रतिशत वोट कांग्रेस को करें नहीं तो कांग्रेस को इसका नुक़सान हो जायेगा. ये कांग्रेस की साम्प्रदायिक सोच का एक ताज़ा उदाहरण है. कमलनाथ की मुस्लिम समाज से वोट करने की अपील करप्ट प्रैक्टिस, अचार संहिता का उल्लंघन और साथ रेप्रेज़ेंटेशन ऑफ द पीपल एक्ट का उल्लंघन है।
नकवी बोले कि कांग्रेस में पप्पू और गप्पू का कॉमडी शो बना रहे हैं जिसमें पार्टी की घिसीपिटी हुई स्क्रिप्ट है और थके हुए हीरो हैं. कांग्रेस इस कॉमडी शो से और फेक और फेब्रिकेट बातों के ज़रिए बांटने की कोशिश कर रही है. लेकिन देश की जनता इनको अब पहचानती है. इसका जवाब इन्हें चुनाव में जनता देगी।बता दें कि वायरल वीडियो में कमलनाथ कह रहे हैं कि अगर मुस्लिम बूथों पर 90 फीसदी तक वोटिंग नहीं होती है तो हमें बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि कमलनाथ मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले चुनावों में मुस्लिम बूथ पर 50-60 फीसदी ही वोटिंग हुई है, हमें इस बात का पोस्टमार्टम करना पड़ेगा कि 90 प्रतिशत वोट क्यों नहीं पड़े हैं।