कई सालों की नासा की मेहनत के बाद तैयार Artemis 1 मिशन की लॉन्चिंग में देरी देरी की आंशका है। नासा ने यह टेस्ट तब रद्द किया जब रॉकेट लॉन्च में सिर्फ 29 सेकेंड का समय बचा था। नासा के अनुसार रॉकेट के भीतर एक हाइड्रोजन लीक इस लॉन्च को अचानक रोकने का प्रमुख कारण था।
नासा इसे 29 अगस्त 2022 की शाम साढ़े 6 से साढ़े 8 के बीच लॉन्च करने वाला था. फिलहाल नासा की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा इतिहास को दोहराने का प्रयास कर रही है। NASA के महत्वकांक्षी मून मिशन यानी अर्टेमिस 1 को फिलहाल टाला जा सकता है. क्योंकि 29 अगस्त 2022 को लॉन्च से कुछ समय पहले वैज्ञानिकों ने ईंधन के रिसाव देखा है. अब आशंका है कि नासा इस मिशन को कुछ समय के लिए स्थगित कर दे. लगातार चौथी बार ‘मेगा मून रॉकेट’ का मिशन रद्द किया गया है जिसे आधिकारिक तौर पर ‘स्पेस लॉन्च सिस्टम’ भी कहा जाता है। हालांकि असफल प्रयास के बावजूद नासा ने इसे सफल करार दिया है क्योंकि इंजीनियरों ने पहली बार लॉन्च से जुड़े उद्देश्यों को पहले ही पूरा कर लिया था। दुनिया का सबसे ताकतवर और बड़ा रॉकेट फ्लोरिडा स्थिति केनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड 39बी पर तैनात है, फिलहाल काउंटडाउन को रोक दिया गया है।
#Artemis I update: Launch is currently in an unplanned hold as the team works on an issue with engine number 3 on the @NASA_SLS core stage. Operations commentary continues at https://t.co/z1RgZwQkWS https://t.co/mFyoeRMC6q
— NASA (@NASA) August 29, 2022
अर्टेमिस 1 मिशन का लॉन्च विंडो 29 अगस्त 2022 की शाम साढ़े छह से साढ़े आठ के बीच था. नासा सोमवार की अलसुबह ये कहा कि हम एक छोटे फ्यूल लीक से जूझ रहे हैं. रॉकेट में ईंधन के तौर पर सुपर-कोल्ड हाइड्रोजन और ऑक्सीजन भरा जाता है. लेकिन लीक की वजह से ये काम रोक दिया गया था. इसके पहले कुछ समय के लिए तूफानी मौसम की वजह से भी ईंधन भरने का काम रोका गया था।
The countdown clock is on a hold at T-40 minutes. The hydrogen team of the @NASA_SLS rocket is discussing plans with the #Artemis I launch director. Operational commentary continues at https://t.co/z1RgZwQkWS. pic.twitter.com/5J6rHVCe44
— NASA (@NASA) August 29, 2022
अर्टेमिस 1 अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) का मार्स पर्सिवरेंस रोवर के बाद बेहद महत्वपूर्ण मिशन है. नासा स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट के जरिए ओरियन स्पेसशिप (Orion Spaceship) को चांद के चारों तरफ चक्कर लगाकर वापस आने के लिए भेज रहा है. ताकि साल 2025 में इंसानों को चंद्रमा की सतह पर उतारने के लिए अर्टेमिस मिशन का अगला हिस्सा भेजा जा सके. लेकिन फिलहाल आज के लॉन्च में देरी की आशंका जताई जा रही है.