
हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करने वाली चारधाम यात्रा इस बार एक नई शुरुआत के साथ हो रही है। उत्तराखंड सरकार और फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने मिलकर यात्रियों को सुरक्षित, स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के प्रमुख धर्मस्थलों और यात्रा मार्गों पर खाद्य सुरक्षा के विशेष मानक लागू किए गए हैं। FSSAI के दिशा-निर्देशों के अनुसार, अब केवल प्रमाणित और प्रशिक्षित खाद्य विक्रेताओं को ही सेवाएं देने की अनुमति होगी। यह सुनिश्चित करेगा कि श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
मुख्य पहलुओं में शामिल हैं
- खाद्य विक्रेताओं को विशेष सर्टिफिकेशन: केवल FSSAI से मान्यता प्राप्त विक्रेता ही यात्रा मार्गों पर खाद्य सेवा देंगे।
- भोजन की गुणवत्ता की नियमित जांच: सभी भोजनालयों और किचनों में FSSAI के निर्धारित मानकों का पालन अनिवार्य होगा।
- हेल्थ चेकअप कैंप: यात्रा मार्गों पर विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए जाएंगे, जहां श्रद्धालुओं को सही आहार और सेहत संबंधी सुझाव दिए जाएंगे।
- डिजिटल माध्यम से जागरूकता: मोबाइल ऐप और वेबसाइट के ज़रिए श्रद्धालु खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
- सूचना बोर्ड और हेल्पडेस्क: सहायता के लिए यात्रियों को आवश्यक सूचनाएं जगह-जगह बोर्ड के माध्यम से दी जाएंगी।
- निगरानी और निरीक्षण: खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है।
उत्तराखंड सरकार और FSSAI की यह साझा पहल न केवल चारधाम यात्रा को सुरक्षित बनाएगी, बल्कि श्रद्धालुओं का विश्वास भी बढ़ाएगी। यह एक ऐसा कदम है जो धार्मिक आस्था के साथ-साथ जनस्वास्थ्य को भी सर्वोपरि मानता है। यह यात्रा अब केवल आस्था की नहीं, सुरक्षा और स्वास्थ्य की भी होगी प्रतीक।