उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों के लिए दून मेडिकल कॉलेज ने शुरु की टेलीमेडिसन सुविधा

0

राज्य के दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में कोरोना के प्रसार को देखते हुए दून मेडिकल कॉलेज ने टेलीमेडिड़सन सुविधा शुरू की है। जिसमें कोरोना संक्रमित व्यक्ति टेलीमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से चिकित्सकों से जरूरी परामर्श ले सकता है। प्राचार्य डॉ. आशुतोष सया जिस पर चिकित्सक 24 घंटे के भीतर जवाब देंगे।ना का कहना है कि राज्य में कोरोना की दस्तक होने के बाद से ही दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय, कोविड अस्पताल के तौर पर काम कर रहा है। इस दौरान अस्पताल के चिकित्सकों ने सैकड़ों मरीजों का उपचार किया है। अब जबकि पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों में भी कोरोना का प्रसार बढ़ा है, वहां भी जनसामान्य को अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए फोन काल, वाट्सएप व वीडियो कंसल्टेशन आदि का विकल्प उन्हें दिया गया है। यदि कोई मरीज सेकेंड ओपिनियन चाहता है तो उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल या निजी अस्पताल की हिस्ट्री, जांच से संबंधित दस्तावेज व क्लीनिकल फोटोग्राफ मेल पर भेजने होंगे। स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण की गाइडलाइन का पालन न करने पर मैक्स अस्पताल पर कार्रवाई की है। अस्पताल को कोविन-पोर्टल से बाहर कर दिया गया है। फिलहाल अस्पताल टीकाकरण नहीं किया जा सकेगा।

मैक्स अस्पताल दून क्लब परिसर में टीकाकरण कर रहा है। जबकि केंद्र की गाइडलाइन के मुताबिक इस तरह लंबी अवधि के लिए शिविर आदि लगाकर टीकाकरण नहीं किया जा सकता है। एक दिन पहले ही अस्पताल से इस संबंध में जवाब तलब किया गया था। उक्त साइट बंद कर अस्पताल में टीकाकरण करने को कहा गया था, पर अस्पताल ने इसके बाद भी दून क्लब में टीकाकरण जारी रखा। 

मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अनूप कुमार डिमरी का कहना है कि अस्पताल को गाइडलाइन से पुन: अवगत कराया गया है। यह भी पूछा गया है कि नए सेशन साइट की जानकारी विभाग को क्यों नहीं दी गई। उधर, मैक्स अस्पताल के उपाध्यक्ष डॉ. संदीप तंवर का कहना है कि जनता की सहूलियत के लिए शहर में टीकाकरण कराया जा रहा है। दून क्लब में शिविर नहीं, बल्कि सेशन साइट बनाई गई है। नियमों का पालन किया जा रहा है। यदि कुछ कमी रही है तो इसे भी दूर किया जाएगा।