हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि करनाल में ऑक्सी वन के निर्माण हेतु बिजली विभाग को खंभों तथा तारों को हटाकर भूमिगत करने के लिए 97192170 रूपये की धनराशि जारी कर दी गई है। इस धनराशि से आक्सी वन भूमि से बिजली की लाइनें अण्डर ग्रांउण्ड करने की प्रक्रिया शीघ्र ही आरंभ की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे करनाल में ऑक्सी वन बनने की परिकल्पना साकार होगी और ऑक्सी वन के निर्माण से नयी पीढ़ी को प्रकृति दर्शन का ऐसा केन्द्र उपलब्ध होगा जो उन्हें प्रकृति संरक्षण को प्रेरणा प्रदान करने के साथ साथ पर्यावरण का प्रहरी बनेगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने गत वर्ष 5 जून को सैक्टर 4 से मधुबन नहर तक 4.5 किलोमीटर लम्बे 80 एकड़ के इस भूभाग पर ऑक्सी वन का शिलान्यास किया था। ऑक्सी वन के निर्माण के लिए उन्होंने समय सीमा निर्धारित करते हुए कहा था कि संबंधित विभाग इस महत्वाकांक्षी योजना को तय सीमा में पूरा करते हुए प्राकृतिक संरचना को जल्द अमलीजामा पहनाए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस पूरे क्षेत्र में बिजली के 33 के.वी. सब-स्टेशन के कई फीडरो की बिजली आपूर्ति के लिए लाइनें बिछी हुई हैं, जिसके स्थानान्तरण एवं भूमिगत केबलिंग के लिए उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा 97192170 रूपये की लागत का अनुमानित खर्च प्रस्तुत किया गया था। बिजली की लाइनों के स्थानान्तरण होते ही ऑक्सी वन का निर्माण कार्य तीव्र गति से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस ऑक्सीवन में 14 तरह के घटक शामिल होंगे जिसमें चित वन, पक्षी वन, अंतरिक्ष वन, तपो वन, आरोग्य वन, नीर वन, ऋषि वन, स्मृति वन, सुगंध वन, एम्फीथिएटर, सूचना केन्द्र, पुस्तकालय, लाइट एंड साउंड शो, सोविनियर शॉप शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि ऑक्सी वन बनाने का उद्देश्य नागरिकों को प्रदूषण रहित स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है, साथ ही मनुष्य को विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों तथा जड़ी-बूटियों के साथ पुराने संबंधों को जोड़ने हेतु जागरू