अखिलेश के करीबी माने जाने वाले ACE के सीएमडी अजय चौधरी के ठिकानों पर दूसरे दिन भी आयकर विभाग की कार्रवाई जारी हैं। एनसीआर के बड़े बिल्डरों में शामिल अजय चौधरी के नोएडा और ग्रेटर नोएडा समेत 7 ठिकानों पर आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है. बताया जा रहा है कि दिल्ली के वसंत विहार इलाके में एक कोठी पर भी आईटी की कार्रवाई जारी है.अजय चौधरी के सभी 7 ठिकानों पर छापेमारी के दौरान सुरक्षा के लिए पुलिस मौजूद हैं।
बता दे 7 ठिकानों में से दिल्ली स्थित कोठी. नोएडा. ग्रेटर नोएडा का हेड ऑफिस. आगरा आदि शामिल है. आगरा के शू एक्सपोर्टर्स के ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है। 24 घंटे से ज्यादा समय से आयकर विभाग की टीमें अलग-अलग स्थानों पर दस्तावेजों को खंगाल रही हैं। आगरा में आयकर अधिकारियों ने बुधवार सुबह मनु अलघ के घर पर ताले और लॉकर खोलने के लिए चाबी बनाने वाले को बुलाया है। इससे पहले इनके बैंक लॉकरों को भी सीज किया जा चुका है। मनु अखिलेश के बचपन के दोस्त हैं।
बताया जा रहा है कि अजय चौधरी कभी संजू नागर के नाम से जाना जाता था. उस दौरान वह बाइक से चला करता था. राजनीतिक पार्टियों से मिली मदद से इन्होंने खूब नाम कमाया और 2010 से 2017 तक अजय देखते ही देखते बड़े बिल्डर बन गए. अखिलेश सरकार के समय एनसीआर में अजय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का सबसे खास माना जाता था। कई सेक्टरों के कुछ हिस्सों की जमीन उसने पहले अपने नाम कराई. फिर दूसरे बिल्डरों को बेची या फिर उनसे साझेदारी की। करीब 24 कंपनियों वाले इस समूह का टर्न ओवर पांच हजार करोड़ से ज्यादा है।
सूत्र बताते हैं कि सपा कार्यकाल में अजय बिल्डरों का बेताज बादशाह माना जाता था। जिस बिल्डर ने जहां जमीन मांगी, अजय ने अपने अधिकारी व नेता कनेक्शन के माध्यम से उसे वहीं जमीनें दिला दीं थीं। नोएडा प्राधिकरण में ही तैनात रहे एक पूर्व एसीईओ से भी अजय के काफी अच्छे संबंध रहे हैं। ग्रेटर नोएडा के बीटा-1 से प्रोजेक्ट शुरू करने वाले समूह ने ग्रेनो वेस्ट, सेक्टर-76, सेक्टर-71, सेक्टर-150, कोंडली के पास और जेपी अमन के पास कई प्रोजेक्ट पर काम किया हैं।
सूत्रों के मुताबिक, ACE ग्रुप के कई प्रोजेक्ट नोएडा, एनसीआर में चल रहे हैं. आगरा में भी कार्रवाई जारी है. 4 एक्सपोर्टर और एक रियल एस्टेट कंपनी के ठिकानों पर रेड चल रही है।